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बोर्ड एग्जाम की तैयारी में कहीं आप भी तो नहीं कर रहें ये गलती, बिगड़ सकती है सेहत, पेपर देना हो सकता है मुश्किल
एक्सपर्ट्स के मुताबिक,कुछ बच्चे पूरे दिन पढ़ते रहते हैं, बावजूद इसके उनके मार्क्स अच्छे नहीं आते हैं.इसका कारण है उनका सही तरह फोकस न बन पाना.पूरे दिन पढ़ते रहने से ही प्रोडक्टिविटी कम होती है.
Board Exam 2024: 10वीं-12वीं के बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले हैं. 15 फरवरी से CBSE समेत कई बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. इस वजह से बच्चे दिन-रात पढ़ाई में जुटे हैं. कई पैरेंट्स ऐसे भी हैं, जिन्होंने एग्जाम को देखते हुए बच्चों की आउटडोर एक्टिविटी बंद कर दी हैं, ताकि उनका फोकस पढ़ाई पर बना रहे. पैरेंट्स की चिंता सही भी है लेकिन कई-कई घंटे तक बैठकर पढ़ने से बच्चों की फिजिकल फिटनेस पर असर पड़ रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सारा दिन बैठकर पढ़ने से बच्चों में कई समस्याएं आने लगे हैं. ऐसे में पैरेंट्स को बच्चों का टाइम मैनेजमेंट इस तरह बनाना चाहिए ताकि वे पढ़ाई के साथ रिलैक्स हो सकें और आउटडोर एक्टिविटीज में भी शामिल हो सकें.
लगातार पढ़ने से गर्दन-कमर और सिर में दर्द की समस्या
कई स्टूडेंट्स को लगातार पढ़ते रहने से सिर, कमर और गर्दन में दर्द होने लगा है. कई बार यह असहनीय हो जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लगातार 4-5 घंटों तक बैठकर पढ़ने से आंख, गर्दन और मांसपेशियों पर निगेटिव असर हो रहा है. कई बच्चों को पैर में क्रैम्प होने से दर्द होने लगता है. काफी देर बैठे रहने से बच्चों में मोटापा भी हो रहा है. हर साल इस तरह की शिकायतें देखने को मिलती हैं.
बेड पर बैठकर पढ़ना खतरनाक
न्यूरोलॉजिस्ट के मुताबिक, बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने वाले अधिकरत बच्चों में सिरदर्द, गर्दन दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पैर, पीठ और कमर में दर्द की समस्याएं देखने को मिलती हैं. बेड पर बैठकर पढ़ने की वजह से ऐसी शिकायत हो सकती है, क्योंकि इससे गर्दन पर ज्यादा दबाव पड़ता है.
परफॉर्मेंस पर बुरा असर
लगातार बैठकर पढ़ने से फिजिकल प्रॉब्लम्स ही नहीं परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुछ बच्चे पूरे दिन पढ़ते रहते हैं, बावजूद इसके उनके मार्क्स अच्छे नहीं आते हैं. इसका कारण है उनका सही तरह फोकस न बन पाना. एक दिन में किसी एक सब्जेक्ट को दो घंटे भी अगर ध्यान से पढ़ा जाए तो काफी असरदार हो सकता है. इसलिए पूरे दिन पढ़ने की बजाय ध्यान से पढ़ना चाहिए.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पूरे दिन अगर कोई छात्र 8-10 घंटे से ज्यादा पढ़ता है तो इसका फायदा नहीं मिल पाएगा, क्योंकि दिमाग की एक क्षमता होती है. अगर कोई 12-15 घंटे पढ़ता है तो उसे कुछ भी पुराना याद नहीं रह पाएगा. पूरे दिन पढ़ते रहने से ही प्रोडक्टिविटी अच्छी नहीं होती है. एक दिन में 8 घंटे पढ़ना काफी है.
बोर्ड एग्जाम की तैयारी करते समय ध्यान रखें ये टिप्स
1. फिजिकल फिटनेस पर ध्यान दें. थोड़ी देर एक्सरसाइज के लिए निकालें.
2. हाथ या कलाई में दर्द होने पर सॉफ्ट बॉल दबा सकते हैं. गर्दन में दर्द से बचने स्ट्रैचिंग, नेक रोल, शोल्डर रोल, आर्म सर्कल कर सकते हैं.
3. पीठ या कमर में दर्द होने पर लेग रेज, चेयर रोटेशन, स्पाइन ट्विस्ट और कैट स्ट्रेच एक्सरसाइज करना फायदेमंद हो सकता है.
4. टाइमटेबल में जरूर हों ये चीजें
5. हर दिन 8 घंटे की नींद जरूर लें.
6. खानपान का ख्याल रखें. खाने में प्रोटीन और लिक्विड शामिल करें. चाय-कॉफी दिन में दो बार से ज्यादा न पिएं.
7. पढ़ाई रट्टा मारकर नहीं समझकर करें.
8. हर सब्जेक्ट को दो घंटे देकर पढ़ सकते हैं. बीच-बीच में ब्रेक जरूर लें.
9. कमजोर सब्जेक्ट पर थोड़ा ज्यादा समय दें.
10. फोन से दूर रहें. हफ्ते में दो दिन या तीन दिन टेस्ट पेपर सॉल्व करें.
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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