फाइजर-बायोएनटेक की कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर डोज ने 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को संक्रमण और गंभीर बीमारी से काफी बेहतर सुरक्षा दी. इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन के मात्र दो डोज की तुलना में फाइजर-बायोएनटेक की तीसरी डोज सुरक्षा में काफी सुधार करती है. रिसर्च में तीसरा डोज लगाए जाने के 10 दिनों बाद मिलनेवाली सुरक्षा का परीक्षण किया गया.
फाइजर-बायोएनटेक की कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज पर दावा
डेटा से पता चला कि फाइजर की वैक्सीन का तीसरा डोज या बूस्टर खुराक से 60 वर्षीय या ज्यादा उम्र के लोगों को सिर्फ दो डोज के मुकाबले चार गुना सुरक्षा मिली, जबकि गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने से सुरक्षा पांच से छह गुना ज्यादा थी. इजराइल पहले ही अपनी बुजुर्ग आबादी को बूस्टर खुराक लगाने का जुलाई में एलान कर चुका है और 19 अगस्त को 40 या उससे ज्यादा उम्र वालों को योग्य ठहराया है. हाल के दिनों में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वरिष्ठ लोगों के साथ-साथ युवा लोगों की इम्यूनिटी वक्त के साथ कम हुई है और बूस्टर का मकसद उसको दोबारा मजबूत करना है. प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने बूस्टर डोज की पेशकश शुरू करने के फैसले पर बताया उससे काफी हद तक संक्रमण और गंभीर बीमारी की संभावना कम कर हो जाती है.
संक्रमण और गंभीर बीमारी के खिलाफ देता है काफी बेहतर सुरक्षा
गौरतलब है कि नतीजे ऐसे समय आए हैं जब अमीर देशों की आलोचना बूस्टर खुराक के लिए की जा रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैक्सीन की वैश्विक असमानता का हवाला देते हुए कम से कम दो महीनों तक बूस्टर खुराक को रोकने की मांग की है. रायटर्स के मुताबिक, वैश्किक स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख ने बताया कि इसके साथ-साथ बहस भी हो रही है कि क्या बूस्टर खुराक बिल्कुल प्रभावी है. अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने देश भर में कोरोना के डेल्टा वेरिएन्ट की वजह से बढ़ते मामलों के बीच पिछले सप्ताह सभी नागरिकों को बूस्टर खुराक उपलब्ध कराने की योजना का एलान किया है .
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