बोटॉक्स एक न्यूरोटॉक्सिन्स है. जिसकी हेल्प से चेहरे की झुर्रियों को कम कर सकते हैं. वहीं डर्मल फिलर्स खोए हुए चेहरे की चमक और झुर्रियों को कम करता है. बोटोक्स के बारे में सबकुछ जानने के लिए एबीपी लाइव हिंदी ने मशहूर त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर कशिश कालरा से खास बातचीत की. यह मैक्स हॉस्पिटल में कंसल्टेंट के पद पर कार्यरत है.  बोटॉक्स और डर्मल फिलर्स दोनों ही इंजेक्शन के माध्यम से दिए जाने वाले न्यूनतम आक्रामक कॉस्मेटिक उपचार हैं. हालांकि, वे इस बात में भिन्न हैं कि बोटॉक्स मांसपेशियों को जमा देता है और फिलर्स परिपूर्णता प्रदान करते हैं.


अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ प्लास्टिक सर्जन्स


अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ प्लास्टिक सर्जन्स (ASPS) के अनुसार, 2015 में बोटॉक्स और डर्मल फिलर उपचार लोकप्रिय हैं, 9 मिलियन से अधिक प्रक्रियाएँ की गईं.बोटॉक्स में शुद्ध बैक्टीरिया होते हैं जो मांसपेशियों को जमा देते हैं। ऐसा करने से, बोटॉक्स चेहरे के भावों के कारण होने वाली रेखाओं और झुर्रियों की उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकता है.


हर कोई चेहरे को खूबसूरत बनाना चाहता है. इसके लिए लोग कई प्रयास भी करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें असर नहीं होता है. अगर आप भी सॉफ्ट और बेदाग त्वचा पाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. पिछले कुछ सालों से बोटॉक्स और डर्मल फिलर्स दोनों का चलन काफी बढ़ गया है. कई लड़कियां जमा दिखाने के लिए इन ब्यूटी ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करती है. बोटॉक्स और डर्मल फिलर्स दोनों ही त्वचा की सेहत को दमदार बनाने के लिए बेस्ट ऑप्शन हैं. लेकिन इसमें कुछ अंतर है.


ये भी पढ़ें: सिरदर्द होने पर आप भी तुरंत खा लेते हैं पेन किलर? जानें ऐसा करना कितना खतरनाक


बोटॉक्स और डर्मल फिलर्स का उपयोग 


बोटॉक्स एक न्यूरोटॉक्सिन है, जो फेस की मांसपेशियों की गतिविधि को कम करता है. इससे झुर्रियां कम दिखाई देती हैं. वहीं डर्मल फिलर्स ये इंजेक्टेबल पदार्थ होते हैं, जो त्वचा में खोए हुए आयतन को भरकर, झुर्रियों और रेखाओं को कम करता है. बोटॉक्स का उपयोग माथे की रेखा, नाक के चारों ओर बनी रेखा, डिंपल थोड़ी और गर्दन के बैंड पर किया जाता है. वहीं डर्मल फिलर्स का उपयोग होठों और गालों को बढ़ाने, नाक को नया आकार देने और घावों में सुधार करने के लिए किया जाता है.


ये भी पढ़ें: Pregnancy Brain: क्या होता है मम्मी ब्रेन, प्रेगनेंसी में कुछ महिलाओं को क्यों होती है ये बीमारी


बोटॉक्स और डर्मल फिलर्स बजट 


बात करें इसके बजट की, तो बोटॉक्स, डर्मल फिलर्स की तुलना में प्रति यूनिट थोड़ा काम खर्चीला होता है, लेकिन डर्मल फिलर्स उपचार और उपयोग के लिए बोटॉक्स से थोड़ा ज्यादा महंगा होता है. बोटॉक्स 3 से 6 महीने तक रहता है, तो डर्मल फिलर्स 6 महीने से 2 साल तक रह सकते हैं. वैसे तो बोटॉक्स सुरक्षित माना जाता है लेकिन कुछ लोगों को इससे साइड इफेक्ट हो सकते हैं. जैसे सूजन, सिर दर्द, पिंपल्स, लालिमा आदि.


वही डर्मल फिलर्स भी समान सुरक्षित होते हैं, लेकिन कुछ लोगों की त्वचा पर यह सूट नहीं हो पता है, जिससे उन्हें एलर्जी हो सकती है. अगर आप झुर्रियों को कम करना चाहते हैं, तो आपके लिए बोटॉक्स बेस्ट ऑप्शन रहेगा. लेकिन आप खोई हुई मात्रा को भरना चाहते हैं, या गहरी करना चाहते हैं, तो आपके लिए डर्मल फिलर्स सही रहेगा. ध्यान रहे कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है अगर ऐसा होता है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें..


ये भी पढ़ें: Skin Cancer: किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है स्किन कैंसर, जानें क्या होता है कारण