उम्र 80 हो या 90, दिमाग को जवां कर देगा यह सस्ता सप्लीमेंट, इस खतरनाक बीमारी का खतरा भी कर देगा कम
60 साल की उम्र के बाद अक्सर दिमाग से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं.इसमें सोचने की क्षमता कमजोर होती है और याददाश्त में भी गिरावट आने लगती है.ऐसे में कुछ सस्ते सप्लीमेंट्स काफी फायदेमंद हो सकते हैं.

Cheap Supplement for Brain : आमतौर पर उम्र बढ़ने पर दिमाग भी कमजोर होता जाता है. इसकी वजह से भूलने की बीमारी हो सकती है. ब्रेन फंक्शनिंग में भी समस्याएं आती हैं. लेकिन एक रिसर्च में ऐसी सस्ते सप्लीमेंट के बारें में बताया गया है, जो 80-90 साल की उम्र में भी दिमाग को जवां बना सकता है. इतना ही नहीं एक खतरनाक बीमारी का जोखिम भी कम करता है.
जुड़वा बच्चों पर किए गए इस तरह के पहले अध्ययन में बताया गया है कि रोजाना प्रोटीन और प्रीबायोटिक सप्लीमेंट (Prebiotic Supplement) लेने से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में मेमोरी बेहतर हो सकती है. प्रीबायोटिक्स आसानी से पच जाता है, जो हमारे गट हेल्थ यानी आंत की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है.
क्या कहती है स्टडी
किंग्स कॉलेज लंदन के रिसर्चस ने 60 साल से ज्यादा उम्र के 36 जुड़वां जोड़ों पर अध्ययन किया. इन्हें दो अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया. एक ग्रुप को प्रोटीन पाउडर में डेली प्रीबायोटिक दिया गया और दूसरे को प्रोटीन पाउडर में डेली प्लेसबो. जो जुड़वा लोग अनजाने में इनुलिन या फ्रुक्टूलिगोसेकेराइड्स (FOS) लेते थे, वे आम तौर पर तीन महीने बाद टेस्ट में ज्यादा स्कोर करते थे. इसके अलावा, दैनिक फाइबर सप्लीमेंट जुड़वां बच्चों के बीच आंत माइक्रोबायोम में मामूली बदलावों से जुड़े थे. इनुलिन या FOS लेने वाले जुड़वां बच्चों में फायदेमंद बिफिडोबैक्टीरियम ज्यादा मात्रा में थे. चूहों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि बिफिडोबैक्टीरियम गट और ब्रेन कनेक्शन को बताता है.
बुजुर्गों की मेमोरी पावर बढ़ाने वाले सप्लीमेंट्स
किंग्स कॉलेज लंदन में जेरिएट्रिक मेडिसिन शोधकर्ता मैरी नी लोचलेन ने मार्च 2024 में पब्लिश इस स्टडी में बताया कि सिर्फ़ 12 हफ़्तों में ये बदलाव देखने को मिले. यह उम्रदराज लोगों की ब्रेन की हेल्थ और याददाश्त को बढ़ाने के लिए मददगार हैं. चूहों पर किए गए पिछले अध्ययनों से पता चलता है कि इनुलिन और FOS जैसे उच्च फाइबर सप्लीमेंट कोलन के माइक्रोबायोम को पोषण दे सकते हैं, जिससे अच्छे बैक्टीरिया पनप सकते हैं.
आंत और मस्तिष्क में संबंध
आंत और मस्तिष्क के बीच संबंध की बात कई रिसर्च में की गई है. कुछ एक्सपर्ट्स तो आंत को शरीर का 'दूसरा ब्रेन' भी कहते हैं. लेकिन ये दोनों तंत्रिका तंत्र एक साथ कैसे काम करते हैं, यह अभी भी रहस्य बना हुआ है. KCL में हाल ही में किए गए जुड़वां अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ 'ब्रेन फूड्स' का सेवन कमजोर होते दिमाग के इलाज का अच्छा तरीका हो सकता है लेकिन प्रीबायोटिक्स उम्र बढ़ने वाले मस्तिष्क में मेमोरी जैसी चीजें सुधार भई कर सकते हैं. हालांकि, इससे शरीर को कोई खास लाभ नहीं है. यह अध्ययन नेचर कम्युनिकेशंस में पब्लिश हुआ है.
बुजुर्गों के दिमाग के लिए फायदेमंद चीजें
ओमेगा-3 फैटी एसिड
विटामिन B12
मैग्नीशियम
प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स
डार्क चॉकलेट
हल्दी
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