भारत में हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जान ब्रेन स्ट्रोक के कारण चली जाती है. जबकि ट्यूमर और माइग्रेन जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी आम हैं. इन स्थितियों को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल, रेगुलर चेकअप, सर्जरी, अच्छी डाइट और अंत में   करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, नियमित जांच और सर्जरी के बाद रेडियोथेरेपी जैसे उपाय बेहद जरूरी है. टाइम्स ऑफि इंडिया में छपी खबर के मुताबिक भारत में हर 1 लाख 85 हजार ब्रेन स्ट्रोक के केसेस आते हैं. इसका साफ मतलब है कि हर 40 सेकेंड पर एक व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो रहा है. वहीं हर 4 मिनट पर व्यक्ति की इसे बीमारी से मौत हो रही है. 


आजकल कि खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोगों को कई तरह के न्यूरोलॉजिकल से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. जैसे माइग्रेन, स्ट्रोक, सीजर, कई तरह के नॉन कैंसरस ब्रेन ट्यूमर. जोकि आज के समय में होना बेहद आम सी बात हो गई है. हर साल 40 से 50 हजार लोग ब्रेन ट्यूमर का शिकार हो जाते हैं. 


आजकल कि खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण लोगों को कई तरह के न्यूरोलॉजिकल से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. जैसे माइग्रेन, स्ट्रोक, सीजर, कई तरह के नॉन कैंसरस ब्रेन ट्यूमर. जोकि आज के समय में होना बेहद आम सी बात हो गई है. हर साल 40 से 50 हजार लोग ब्रेन ट्यूमर का शिकार हो जाते हैं. 


ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पहले से 25 प्रतिशत तक बढ गया है


भारत के युवाओं में आए दिन ब्रेन स्ट्रोक के मामले दिन पर दिन बढ़ रहे हैं. इस मामले में पिछले 5 सालों में 25 प्रतिशत तक वृद्धि देखने को मिली है. सबसे ज्यादा मामले 25-40 साल की उम्र वाले लोगों में दिखाई देती है. दरअसल, इसके पीछे का कारण खराब लाइफस्टाइल, खानपान, खराब आदतें, धूम्रपान और मॉर्जन लाइफस्टाल के चक्कर में खानपान का ध्यान नहीं रखना जिसके कार कई सारी बीमारियों का शिकार होना जैसे-हाई बीपी,डायबिटीज आदि.


यह भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट


सिर्फ ब्रेन स्ट्रोक ही नहीं बल्कि शुगर और हाई बीपी की ओर भी इशारा करती है. इसके अलावा जेनेटिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. जैसे- स्लीपिंग डिसऑर्डर, दिल से जुड़ी बीमारियां, हाई बीपी, स्ट्रेस और तनाव के कारण कई सारी बीमारियां आजकल लोगों को हो रही है. इन सब के अलावा एयर पॉल्यूशन भी उसमें से एक कारक है.


ब्रेन स्ट्रोक के मामले में भारत की स्थिति


दरअसल, आपको सिर में चोट लगने से बचना होगा. आपको अपनी डाइट का खास ख्याल रखना होगा. धूम्रपान और तनाव से दूरी बना लें. रेगुलर एक्सरसाइज करते रहें. एक्सरसाइज, सैर पर निकलना,डायबिटीज, मोटापा, हाई बीपी, डिस्लिपिडेमिया जैसी बीमारियों से बचे रहेंगे. अगर आप खुद का ध्यान रखेंगे तो  न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से बचा जा सकता है. भारत में हर साल 1 लाख 85 हजार से भी ज्यादा मामले आते हैं. जिसमें हर 40 सेकेंड में एक ब्रेन स्ट्रोक का मामला आता है. वहीं हर मिनट में एक ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो जाती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: देश के लगभग 88% लोग हैं एंग्जायटी के शिकार, अगर आप भी हैं उनमें से एक तो करें ये काम