Brain Disease: हंस भी नहीं पा रहे हैं... कहीं ब्रेन की ये गंभीर बीमारी तो नहीं हो गई
ब्रेन का स्ट्रोक होना, ब्रेन की गंभीर परेशानी माना जाता है. इससे ब्रेन में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं. जिससे हंसने में दिक्कत, बोलने में परेशानी, देखने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है.
Brain Stroke Symptoms: स्ट्रोक को ब्रेन अटैक भी कहा जाता है. यह तब होता है जब कोई चीज आपके मस्तिष्क के एक हिस्से में ब्लड की आपूर्ति बंद कर देती है या जब ब्रेन में कोई खून की नस फट जाती है. इससे ब्रेन डेमेज, दीर्घकालिक अक्षमता या मृत्यु भी हो सकती है. स्ट्रोक से पीड़ित अधिकांश लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं. हालांकि, स्ट्रोक किशोरों या युवा वयस्कों में भी हो सकता है. यह उन लोगों में अधिक होता है. जो अन्य किसी बीमारी से भी पीड़ित हों. यहां स्ट्रोक के कुछ सामान्य और असामान्य लक्षण दिए गए हैं. यदि आपको या आपके आस-पास के किसी व्यक्ति को दौरा पड़ता है तो समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के लिए इन लक्षणों को लेकर अवेयर होना जरूरी है.
मुस्कराने में भी होती दिक्कत
स्ट्रोक के सामान्य लक्षणों में चेहरे की कमजोरी शामिल है, जिसमें स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति मुस्कुरा नहीं पाता है. उसकी आंख या मुंह लटक सकता है. एक अन्य सामान्य लक्षण में हाथ की कमजोरी शामिल है. इसमें पेशेंट अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाने में असमर्थ होता है. तीसरा आम लक्षण भाषण की समस्याएं हैं, पेशेंट स्पष्ट रूप से नहीं बोल पाता है. या भाषण में कठिनाई के कारण गलत शब्दों का प्रयोग कर सकता है. यदि आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
ये लक्षण हो सकते हैं गंभीर
स्ट्रोक से दृष्टि परिवर्तन हो सकता है. ब्रेन के पीछे स्ट्रोक आपकी देखने की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. जो लोग ब्लडफुल स्ट्रोक महसूस करते हैं. उन्हें अचानक, गंभीर सिरदर्द हो सकता है. रक्तस्रावी स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में खून की नस फट जाती है. यह आमतौर पर हाइ ब्लड प्रेशर के कारण होता है. एक इस्केमिक स्ट्रोक है, जो तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह सही नहीं होता है. ये आमतौर पर ब्लड सप्लाई बाधित होने या थक्का रुकावट या थक्का के कारण होते हैं. इसके पीछे वजह हाई कोलेस्ट्रॉल का होना है.
इन लक्षणों को भी न करें अनदेखा
स्ट्रोक के अन्य लक्षणों में सुन्नपन आना, झुनझुनी या शरीर के एक तरफ सनसनी का नुकसान होना शामिल हो सकता है. चलने फिरने में परेशानी. स्ट्रोक के कारण कुछ लोगों को अचानक जी मिचलाना, उल्टी जैसे अनुभव हो सकते हैं. चूंकि ये लक्षण सीधे तौर पर स्ट्रोक के नहीं होते हैं. मगर इनके होने पर स्ट्रोक हो सकता है, इसलिए इन्हें भी अनदेखा नहीं करना चाहिए.
ऐसे करें बचाव
लाइफ स्टाइल में कई बदलाव स्ट्रोक के होने के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है. मसलन, स्मोकिंग छोड़ना, स्वस्थ भोजन करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, नियमित व्यायाम करना और शराब न पीना या केवल संयमित भोजन करना शामिल है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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