ब्राजील में एक भयंकर बीमारी के चलते एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में एक पिता और तीन बच्चे शामिल हैं. बताया जा रहा है कि 53 वर्षीय रेगिस फीटोसा मोटा एक ऐसी बीमारी से जूझ रहे थे, जो वंशानुगत थी. उन्हें जन्म से ही यह बीमारी थी, जिसकी वजह से कैंसर के पैदा होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है. बताया जा रहा है कि इस बीमारी के कारण तीन बच्चों की मौत साल 2018 से 2022 के बीच हो गई थी. जबकि पिता की मौत हाल ही में हुई है.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, रेगिस का जन्म 'ली-फ्रॉमेनी सिंड्रोम' (Li-Fraumeni Syndrome) नामक एक बीमारी के साथ हुआ था. ली-फ्रॉमेनी सिंड्रोम एक रेयर डिजीज है, जिसके चलते महिलाओं में कैंसर का ट्यूमर पैदा होने की संभावना 90 प्रतिशत और पुरुषों में 70 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. इस दुर्लभ बीमारी के चलते प्रभावित व्यक्ति को अपनी पूरी जिंदगी में एक या फिर एक से ज्यादा टाइप के कैंसर का खतरा झेलना पड़ता है. यह बीमारी परिवार से वंशानुगत रूप से विरासत में मिलती है. इस बीमारी का सबसे पहले पता 1969 में लगाया गया था. डॉ. फ्रेडरिक ली और डॉ. जोसेफ फ्रौमेनी ने इस बीमारी का पता लगाया था.
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
इस दुर्लभ बीमारी की वजह से कैंसर का खतरा पैदा होने की आशंका पैदा हो जाती है. 'ली-फ्रॉमेनी सिंड्रोम' के कारण ब्रेस्ट कैंसर, बोन सर्कोमा, एड्रेनोकोर्टिकल कार्सिनोमा, ब्रेन ट्यूमर और एक्यूट ल्यूकेमिया होने का खतरा रहता है. सिर्फ इतना ही नहीं, इस दुर्लभ स्थिति से प्रभावित लोगों में लंग्स, थायरॉइड, किडनी और जननग्रंथि में कैंसर होने का रिस्क भी रहता है. कुल मिलाकर 'ली-फ्रॉमेनी सिंड्रोम' वाले लोगों में एक से ज्यादा तरह के कैंसर होने का खतरा रहता है.
3 बच्चों की मौत
जानकारी के मुताबिक, रेगिस फीटोसा के सबसे छोटे बच्चे की 10 साल की उम्र में ल्यूकेमिया की वजह से साल 2018 में मौत हो गई थी. जबकि उनके 22 साल के दूसरे बेटे और 25 साल की एक बेटी की ब्रेन ट्यूमर के कारण मौत हो गई थी. इन दोनों बच्चों ने पहले ल्यूकेमिया को हराया था. लेकिन बाद में ब्रेन ट्यूमर की चपेट में आ गए थे, जो मौत का कारण बन गया. रेगिस को साल 2016 से 2023 के मध्य लगभग 3 बार कैंसर की बीमारी पता चला था, जिनमें लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया, मल्टीपल मायलोमा और नॉन-हॉजकिन लिंफोमा शामिल हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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