सांस चल रही है तो आदमी जिंदा है. इसलिए कभी खतरनाक बीमारी आपके शरीर में एंट्री करती है तो सबसे पहले तकलीफ लेने में होने लगती है. जैसे- अगर आपको सीढ़ी चढ़ते वक्त सांस फूलने लगता है या किसी भी तरह की असुविधा होती है. या पैदल चलने या छोटा-मोटा काम करने में आप परेशान हो जाते हैं और सांस फूलने लगती है तो यह खतरनाक बीमारी के गंभीर लक्षण हो सकते हैं.
हेल्थडायरेक्ट के मुताबिक फेफड़ों की बीमारी, दिल की बीमारी, लंग्स या हार्ट में इंफेक्शन, पैनिक अटैक और फेफड़ों की नस में ब्लॉकेज होने पर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और यही वजह है कि जब आप सीढ़ी या तेज चलते हैं तो सांस फूलने लगता है.
सीने में किसी भी तरह की तकलीफ हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
सांस फूलने के साथ-साथ खांसी, घबराहत, सीने में दर्द या जकड़न, सीने में दर्द होना, छींक आना, बंद नाक और गले में दर्द की वजह से आप असहज महसूस करने लगते हैं. इसलिए इन लक्षणों को हल्के में न लें बल्कि बिना समय गवाएं तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
बदलते मौसम में खास ख्याल रखें
आजकल बहुत तेजी से मौसम बदल रहे हैं. ऐसे में सांस की बीमारी बहुत खतरनाक हो जाती है. इस वक्त वायरस और बैक्टीरिया का खतरा ज्यादा हो जाता है. जो आपकी सांस की नली में सूजन होने लगता है.
स्मोकिंग या जंक फूड न खाएं
स्मोकिंग, ड्रिंक, जंक फूड ज्यादा खाने से सांस की तकलीफ शुरू हो सकती है. इसलिए फैट वाले फूड को छोड़ देना चाहिए. यह बीमारी को गंभीर बना सकते हैं.
फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए इन सब्जी और फल को डाइट में करें शामिल
फेफड़ों को मजबूत बनाने के साथ-साथ डिटॉक्स करने के लिए जरूरी है एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लामेटरी फूड. इसलिए अपनी डाइट में हल्दी, टमाटर, खट्ठे फल, कद्दू, सेब, चुकंदर को शामिल करें.
फेफड़ों की सफाई करता है अदरत
बिना तकलीफ के सांस लेना है तो फेफड़ों की सफाई जरूर करें. इसलिए हर दिन अदरक, नींबू और शहद से बनी हर्बल टी पिएं. यह फेफड़ों की नसों को रिलैक्स करने के साथ-साथ गंदगी भी निकालता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: कैसे की जाती है फेफड़ों की सफाई, क्या यह फेफड़ों के कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है?