कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच चीन खतरनाक संक्रामक बैक्टीरियल बीमारी से जूझ रहा है. साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक गांसू प्रांत की राजधानी लान्जो में तीन हजार से ज्यादा लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. संक्रमण का कारण फार्मा कंपनी से दूषित वायु का निकलना बताया गया है. जिसके संपर्क में आने के बाद लोग बीमारी से पीड़ित हो गए.


चीन में नई आफत की दस्तक


ब्रूसीलोसिस के गंभीर मामलों में श्वसन तंत्र खासकर युवाओं को नुकसान पहुंचा सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर बीमारी का इलाज ठीक से नहीं कराया गया तो पुरुषों को बांझपन का भी सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि ब्रुसेला बैक्टीरिया का हमला मवेशियों जैसे भेड़, बकरे, सूअर पर होता है.


रिपोर्ट में बताया गया है कि फार्मा कंपनी ने ब्रुसेला वैक्सीन के उत्पादन में एक्सपायर्ड सैनेटाइजर का इस्तेमाल किया था. जिससे बैक्टीरिया धुआं के जरिए हवा में फैल गए और आसपास के लोगों को संक्रमित कर दिया. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने इंसानों से इंसानों में बीमारी के ट्रांसमिशन को अपवाद बताया है. स्वास्थ्य संस्थाओं ने बीमारी से बांझपन के दावे नकारा है.


ब्रूसीलोसिस के क्या हैं लक्षण?


आम तौर पर जानवरों को बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाया जाता है. फिलहाल इंसानों के लिए ब्रूसीलोसिस का टीका उपलब्ध नहीं है. ब्रूसीलोसिस ब्रुसेला बैक्टीरिया से होनेवाली बीमारी का नाम है. संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से इंसानों में बीमारी फैल जाती है. जानवरों की देखभाल में लगे लोगों को संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इंसानों से इंसानों को संक्रमण का ट्रांसमिशन अपवाद हो सकता है. ब्रूसीलोसिस को माल्टा फीवर भी कहा जाता है. ब्रूसीलोसिस की पहचान एंटी बॉडी टेस्ट से होती है. इसके लक्षणों में सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बुखार और थकान शामिल हैं.


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