Burnt Food Health Risk: रसोई में खाना बनाते वक्त हमसें कई गलतियां होती हैं. कभी खाने में नमक ज्यादा पड़ जाता है तो कभी चीनी ज्यादा हो जाती है. कभी मसाले ज्यादा डल जाते हैं तो कभी बेध्यानी में खाना जल जाता है. खाना बनाने वाला हर व्यक्ति इन समस्याओं से कभी न कभी जरूर गुजरता है. एक बार को नमक, चीनी या मसाले ज्यादा पड़ गए तो पानी की मात्रा को बढ़ाकर खाने के स्वाद को ठीक किया जा सकता है. लेकिन अगर खाना जल जाए तो इसका उपाय कुछ भी नहीं है. आप सिर्फ इतना कर सकते हैं कि जले हुए हिस्से को निकालकर अलग कर लें. लेकिन जब बात ब्रेड टोस्ट के जलने की हो तो, हम में से कई लोग इतना ध्यान नहीं देते और इसे दूध और चाय आदि के साथ आराम से खा लेते हैं. 


मगर क्या आप जानते हैं कि जला हुआ खाना आपके स्वास्थ्य को किस कदर बिगाड़ सकता है? भले ही आपको कुछ खाद्य पदार्थों का जला हुआ स्वाद पसंद आता हो, लेकिन इन्हें खाने से आपको कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.  


क्या आपको जला हुआ खाना खाना चाहिए?


जी नहीं, आपको जला हुआ खाना बिल्कुल नहीं खाना चाहिए, फिर चाहे वो टेस्टी लगने वाला जला हुआ ब्रेड टोस्ट ही क्यों न हो. जब आप खाना पकाते हैं तो आग के कारण भोजन में मौजूद कंपाउंड्स और पोषक तत्व में कुछ बदलाव होते हैं. इन बदलावों के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. कुछ फूड आइटम्स ऐसे होते हैं, जिनका पोषण मूल्य पकने के बाद बढ़ जाता है. जबकि कुछ फूड आइटम्स ऐसे होते हैं, जो ज्यादा पकने के बाद अपना पोषण मूल्य खो देते हैं. आइए जानते हैं कि आपको जले हुए भोजन से दूरी क्यों बना लेनी चाहिए?


जला हुआ खाना क्यों नहीं खाना चाहिए?


1. पोषक तत्वों का नुकसान: जलने के बाद खाने में मौजूद विटामिन B और C सहित कई जरूरी पोषक तत्व और खनिज नष्ट होने लग जाते हैं और जिस भोजन में पोषक तत्वों और खनिजों की मौजूदगी न हो, वो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.


2. बढ़ता है ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस: जले हुए खाने में विषाक्त पदार्थ बनने लगते हैं. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ने लगता है. इससे फ्री रेडिकल्स को भी नुकसान पहुंचने लगता है. ऐसा भोजन खाने से शरीर में सूजन सहित कई समस्याएं पैदा होने का खतरा बढ़ सकता है.


3. हार्मफुल केमिकल: जलने के बाद खाने में हेट्रोसाइक्लिक एमाइन, एक्रिलामाइड और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAHs) नाम के कुछ हार्मफुल कंपाउड्स पैदा होने लगता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, ये कंपाउंड्स तब पैदा होते हैं, जब प्रोटीन और फैट हाई टेंपरेचर पर रिएक्ट करने लगते हैं.


4. इनडाइजेशन प्रॉब्लम: खाने को ज्यादा पकाने या जलाने से इनकी पौष्टिकता खत्म हो जाती है. ऐसे भोजन का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है. इनडाइजेशन की समस्या पैदा हो सकती है. खाने को डाइजेस्ट करने में तमाम मुश्किलें आती हैं. आपको एसिडिटी, आंतों की समस्या और सीने में जलन सहित कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


ये भी पढ़ें: बिना सोए कितने दिनों तक रहा जा सकता है जिंदा? भरपूर नींद नहीं ली तो क्या होगा? यहां जानें जवाब