Calcium: हड्डियों की कमजोरी भी एक बीमारी है. इसे अर्थराइटिस समेत अन्य बीमारियां हो जाती हैं. कैल्शियम की कमी होने पर हड्डियां इतनी तक कमजोर हो जाती हैं कि कई बार जरा सी चोट लगने या फिर ठोकर लगकर गिरने से ही हड्डियां टूट जाती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम से भरपूर पोष्टिक पदार्थाें का सेवन करना चाहिए. बाजार और घरों में यह मिल जाते हैं. आज इन्हीं पर बात करते हैं.
Milk
दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी होता है. दूध को एक संपूर्ण आहार के तौर पर भी देखा जाता है. कई बार एक समय दूध पीने से ही पूरे दिन भूख नहीं लगती. इसमें प्रोटीन, वसा, और गुड कार्ब्स भी पाए जाते हैं. यदि लैक्टोज इंटॉलरेंस की प्रॉब्लम है तो दूध की जगह छाछ या दही का सेवन कर सकते हैं.
पनीर
पनीए कैल्शियम का भरपूर सोर्स है. यह खाने में जितना अच्छा लगता है, फिजिकली फिट रखने के लिए उतना ही फायदेमंद भी है. इसमें काफी मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी पाया जाता है. यह त्वचा और ब्रेन को एक्टिव रखने के लिए भी लाभकारी है. इसके लिए अच्छे पनीर चुनने की जानकारी होनी चाहिए. बाजार में मिलावटी पनीर भी बिकता है. इसे खरीदने से बचें.
Banana
इसमें मैग्नीशियम की प्रॉपर डोज होती है. हड्डियों के विकास में कापफी मदद करता है. डेली लाइफ में केला खाने पर डाइजेशन के लिए भी फायदेमंद है. चेहरे पर भी चमक आती है.
पालक
पालक कैल्शियम, विटामिन का नेचुरल सोर्स है. इसमें फाइबर भी भरपूर होता है. कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है, वहीं विटामिन इम्यून सिस्टम को बेहतर करते हैं. फाइबर का काम भोजन को पचाने में सहायक बनाता है. इसे आप सब्जी में शामिल कर खा सकते हैं. लोग पालक का सूप पीना भी पसंद करते हैं.
अनानास
इसमें विटामिन, कैल्शियम, पोटैशियम समेत और भी कई पोषक तत्व पाये जाते हैं. इसे खाने से कैल्शियम की कमी नहीं होती. स्किन साइनिंग भी बढ़ती है और कई रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होती है.
Egg
अंडा भी प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम का अच्छा सोर्स है. रोज एक से दो अंडे का सेवन जरूर करना चाहिए. यह इम्यूनिटी बूस्टर का काम भी करता है. इससे हड्डियां स्वस्थ रहेंगी.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.