उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में छोटे-मोटे गांठ होने लगते हैं. कई लोग गांठ देखकर ही डर जाते हैं और खुद से अनुमान लगा लेते हैं कि वह आगे जाकर कैंसर बन सकता है. ऐसे में आज आपको बताएंगे कि शरीर में होने वाले गांठ कैंसर नहीं होते हैं. कैंसर एक खतरनाक बीमारी है अगर वक्त रहते इसका पता न चले तो यह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है. जैसा कि आपको पता ही है कैंसर ऐसी बीमारी है कि वह किसी इंसान के मौत का कारण भी बन सकती है.
क्या हर गांठ कैंसर होती है ?
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक 50 से 60 प्रतिशत गांठ बिल्कुल सुरक्षित है और यह कैंसर में नहीं बदल सकती है. लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि आपके शरीर में गांठ हो और आप एकदम आराम से रहें. ऐसे में सबसे पहले एक काम करें, शरीर में कहीं भी गांठ हो और आपको उससे परेशानी हो रही है तो आप तुरंत डॉक्टर से मिलें और उसका इलाज शुरू करवाएं.
कैंसर वाले गांठ की पहचान कैसे करें?
ब्रेस्ट में कैंसर की गांठ
ब्रेस्ट कैंसर में ट्यूमर पहले गांठ के रूप में ही होते हैं. खासकर यंग महिलाओं के ब्रेस्ट में अक्सर गांठ हो जाती है. जोकि सॉफ्ट होते हैं और यह गांठें गैर कैंसरयुक्त होती है. लेकिन आपके ब्रेस्ट में कोई गांठ हैं और उससे आपको परेशानी या दर्द हो रही है तो फिर इंग्नोर न करें बल्कि तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. डॉक्टर अक्सर बोलते हैं कि महिलाओं को खुद से नहाने से पहले अपने ब्रेस्ट की गांठ को समय-समय पर चेक करना चाहिए कि उन्हें किसी तरह का दर्द तो नहीं है. हर महिला के लिए सेल्फ टेस्ट बेहद जरूरी है. ब्रेस्ट कैंसर के गांठ नुकीले, सॉलिड टाइप के हो सकते हैं. कठोर गांठ जो अपनी जगह से हिलता तक नहीं है.
थायराइड कैंसर की गांठ
थायरॉइड होने पर किसी भी व्यक्ति के शरीर में गांठ होने लगते हैं. पुरुषों की तुलना में महिला को कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है. थायरॉइड होने पर मरीज के गले में गांठ हो सकती है. गले में होने वाले हर गांठ कैंसर नहीं हो सकता है. यह सिस्ट भी हो सकता है या सिर्फ एक मांस का टुकड़ा हो सकता है. इसलिए जब मरीज को थायरॉइड का पता चले तो उन्हें अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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