एक्सप्लोरर

क्या ब्लड टेस्ट के जरिए भी लग सकता है कैंसर की बीमारी का पता? जानें क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट

अगर आपकी तबीयत बहुत टाइम से खराब है और आप कितनी भी दवा खाने के बाद ठीक नहीं हो रहे हैं तो डॉक्टर सबसे पहले ब्लड टेस्ट करवाने के लिए कहता है.

कैंसर (Cancer) को लेकर ब्लड टेस्ट (Blood Test) जो करवाया जाता है वह सैंपल को खास तरह के लैब में किया जाता है. जिसके कारण कैंसर के लक्षणों का पता किया जाता है. माइक्रोस्कोप से देखने पर नमूनों में वास्तविक कैंसर कोशिकाएं दिखाई देती है.  दूसरे ब्लड टेस्ट में कैंसर द्वारा बनाए गए प्रोटीन या अन्य पदार्थ पाए जा सकते हैं. ब्लड टेस्ट आपके प्रदाता को यह भी बता सकते हैं कि आपके अंग कितनी अच्छी तरह काम कर रहे हैं.

कैंसर के इलाज के लिए शुरुआत में ब्लड टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है
 

प्लेटलेट्स काउंट ठीक है या नहीं इसलिए यह ब्लड सेल्स काउंट के लिए  (CBC) टेस्ट करवाया जाता है.  आपके रक्त के नमूने में प्रत्येक प्रकार की रक्त कोशिका की मात्रा को मापती है. इस टेस्ट के जरिए ब्लड कैंसर का पता लगाया जा सकता है.

टेस्ट के जरिए ब्लड में प्रोटीन की मात्रा चेक किया जाता है.  एक इलेक्ट्रोफोरेसिस रक्त परीक्षण आपके रक्त में विभिन्न प्रोटीन को देखता है ताकि आपके शरीर की रोगाणु-विरोधी प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाए गए प्रोटीन का पता लगाया जा सके. यह परीक्षण मल्टीपल मायलोमा के निदान में सहायक है.

कैंसर सेल्स का पता लगाने के लिए टेस्ट

कैंसर कोशिकाओं द्वारा बनाए गए रसायनों को खोजने के लिए परीक्षण. ट्यूमर मार्कर परीक्षण कैंसर कोशिकाओं द्वारा बनाए गए रसायनों की तलाश के लिए रक्त के नमूने का उपयोग करते हैं. ये टेस्ट हमेशा कैंसर के निदान में मदद नहीं करते हैं क्योंकि कई स्वस्थ कोशिकाएं भी इन रसायनों को बनाती हैं. और कुछ स्थितियां जो कैंसर नहीं हैं, वे ट्यूमर मार्करों के उच्च स्तर का कारण बन सकती हैं. इसके बजाय, ट्यूमर मार्कर परीक्षण ज्यादातर आपके कैंसर के निदान के बाद यह देखने के लिए उपयोग किए जाते हैं कि उपचार काम कर रहा है या नहीं.

ट्यूमर मार्करों के उदाहरणों में प्रोस्टेट कैंसर के लिए प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (PSA) और डिम्बग्रंथि के कैंसर के लिए कैंसर एंटीजन 125 (CA 125) शामिल हैं. अन्य उदाहरणों में कोलन कैंसर के लिए कार्सिनोएम्ब्रियोनिक एंटीजन (CEA) और वृषण कैंसर के लिए अल्फा-फेटोप्रोटीन शामिल हैं.

कैंसर कोशिकाओं की जांच के लिए परीक्षण। परिसंचारी ट्यूमर सेल परीक्षण आपके रक्त में कैंसर कोशिकाओं का पता लगाते हैं। यदि कोशिकाएँ जहाँ से शुरू हुई थीं, वहाँ से टूट गई हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल रही हैं, तो वे रक्त में हो सकती हैं. परिसंचारी ट्यूमर सेल परीक्षण का उपयोग ज़्यादातर कैंसर के निदान के बाद किया जाता है. कैंसर से पीड़ित हर व्यक्ति को परिसंचारी ट्यूमर सेल परीक्षण की ज़रूरत नहीं होती. इन परीक्षणों का उपयोग कभी-कभी कुछ प्रकार के कैंसर के लिए किया जाता है, जिसमें स्तन कैंसर, कोलन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर शामिल हैं. शोधकर्ता यह देख रहे हैं कि ये परीक्षण अन्य प्रकार के कैंसर से पीड़ित लोगों की कैसे मदद कर सकते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

यह भी पढ़ें: Monkeypox: भारत में आया मंकीपॉक्स तो कितना होगा असर, जानें इसकी एंट्री पर कैसे लग सकती है रोक

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

कोलकाता कांड: 'SC की कार्रवाई भी तो होती है लाइव टेलीकास्ट', बैठक की शर्तों पर हड़ताली डॉक्टर्स ने और क्या कहा?
कोलकाता कांड: 'SC की कार्रवाई भी तो होती है लाइव टेलीकास्ट', बैठक की शर्तों पर हड़ताली डॉक्टर्स ने और क्या कहा?
रंगा-बिल्ला और चीनी समेत 9 बदमाशों को सजा, मथुरा के सर्राफा हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाया फैसला
रंगा-बिल्ला और चीनी समेत 9 बदमाशों को सजा, मथुरा के सर्राफा हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाया फैसला
‘बाजीराव मस्तानी’ को बीच में ही छोड़ना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा, जानिए तीन ही दिन में क्यों परेशान हो गई थीं एक्ट्रेस?
‘बाजीराव मस्तानी’ को तीन दिन में ही छोड़ना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा, जानें किस्सा
Ishan Kishan: दिलीप ट्रॉफी में ईशान किशन का ताबड़तोड़ शतक, लेकिन क्या टीम इंडिया में होगी वापसी?
दिलीप ट्रॉफी में ईशान किशन का ताबड़तोड़ शतक, लेकिन क्या टीम इंडिया में होगी वापसी?
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Sitaram Yechury Passes Away: येचुरी के परिवार ने पार्थिव शरीर को दान किया | ABP NewsBreaking News: MP के दतिया में भारी बारिश के कारण बड़ा हादसा, इतने लोगों की मौत | ABP NewsHaryana Breaking News: बीजेपी के बाद कांग्रेस में भी जबरदस्त भगदड़, बागी सुर में ये नेता | ABP NewsBreaking News: PM Modi की गणेश पूजा पर AAP और उद्धव गुट ने साधा निशाना | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
कोलकाता कांड: 'SC की कार्रवाई भी तो होती है लाइव टेलीकास्ट', बैठक की शर्तों पर हड़ताली डॉक्टर्स ने और क्या कहा?
कोलकाता कांड: 'SC की कार्रवाई भी तो होती है लाइव टेलीकास्ट', बैठक की शर्तों पर हड़ताली डॉक्टर्स ने और क्या कहा?
रंगा-बिल्ला और चीनी समेत 9 बदमाशों को सजा, मथुरा के सर्राफा हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाया फैसला
रंगा-बिल्ला और चीनी समेत 9 बदमाशों को सजा, मथुरा के सर्राफा हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाया फैसला
‘बाजीराव मस्तानी’ को बीच में ही छोड़ना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा, जानिए तीन ही दिन में क्यों परेशान हो गई थीं एक्ट्रेस?
‘बाजीराव मस्तानी’ को तीन दिन में ही छोड़ना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा, जानें किस्सा
Ishan Kishan: दिलीप ट्रॉफी में ईशान किशन का ताबड़तोड़ शतक, लेकिन क्या टीम इंडिया में होगी वापसी?
दिलीप ट्रॉफी में ईशान किशन का ताबड़तोड़ शतक, लेकिन क्या टीम इंडिया में होगी वापसी?
DSLR के पसीने छुड़ाने आया Vivo T3 Ultra 5G, 3D कर्व्ड डिस्प्ले के साथ मिलेगा धांसू कैमरा सेटअप
DSLR के पसीने छुड़ाने आया Vivo T3 Ultra 5G, 3D कर्व्ड डिस्प्ले के साथ मिलेगा धांसू कैमरा सेटअप
सीताराम येचुरी: इमरजेंसी में जेल से लेकर BJP-RSS के खिलाफ झंडा उठाने तक, कभी हार नहीं मानी
सीताराम येचुरी: इमरजेंसी में जेल से लेकर BJP-RSS के खिलाफ झंडा उठाने तक, कभी हार नहीं मानी
Syphilis Virus: टोक्यो में सिफलिस वायरस का कहर, नवजात भी हो रहे इस खतरनाक बीमारी का शिकार, जानें क्या हैं लक्षण
टोक्यो में सिफलिस वायरस का कहर, नवजात भी हो रहे इसके शिकार
मुमताज महल को तीन बार क्यों किया गया था दफ्न, जान लीजिए ताजमहल की ये अनसुनी कहानी
मुमताज महल को तीन बार क्यों किया गया था दफ्न, जान लीजिए ताजमहल की ये अनसुनी कहानी
Embed widget