डिब्बा बंद फूड् से 20 फीसद और ड्रिंक्स से 40 फीसद शुगर की कटौती मौत को रोकने के साथ-साथ दुनिया भर के लाखों लोगों में कार्डियोवैस्कुल बीमारियां और डायबिटीज को कम कर सकती है. मैसाचुएट्स जनरल अस्पताल, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि रिसर्च में खुलासा हुआ कि डिब्बा बंद फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा को कम करने से 2.48 मिलियन कार्डियोवैस्कुलर बीमारियां जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, 490,000 कार्डियोवैस्कुलर से जुड़ी मौत और 750,000 डायबिटीज के मामले अमेरिका में कम हो सकते हैं.
डिब्बा बंद फूड्स और ड्रिंक्स से शुगर कटौती के हो सकते हैं प्रभाव
रिसर्च का प्रकाशन सर्कुलेशन नामी पत्रिका में किया गया है. शोधकर्ताओं ने बताया कि व्यावसायिक रूप से तैयार किए गए फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा को कम करने के अमेरिकी लोगों के स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव होगा और शुगर कम करने के लिए दूसरे उपाय जैसे शुगर टैक्स लागू करना, शुगर की मात्रा को अंकित करना या स्कूलों में शुगर युक्त ड्रिंक्स को बैन करने मुकाबले शुगर में कटौती स्वास्थ्य के लिए ज्यादा असरदार साबित होगी. शुगर वाले फूड्स और ड्रिंक्स का इस्तेमाल मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज और कार्डियोवैस्कुल बीमारी से मजबूती से जुड़ता है, जो अमेरिका में मृत्यु दर का प्रमुख कारण है. पांच अमेरिकी व्यस्कों में 2 से अधिक मोटे हैं, दो में से एक को डायबिटीज या प्री डायबिटीज है, और करीब दो में से एक को कार्डियोवैस्कुलर की बीमारी है.
मौत को रोकने के साथ कार्डियोवैस्कुलर रोग में कर सकती कमी
रिसर्च के मुताबिक, अगर शुगर में प्रस्तावित कमी को लागू कर दिया जाए, तो कम से कम उससे 35 से 79 वर्षीय 4,90,000 अमेरिकी लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है. शोधकर्ताओं ने इसका मूल्यांकन करने के लिए एक मॉडल विकसित किया था. शोधकर्ताओं ने बताया कि तर्कसंगत मात्रा को कम करने के लिए शुगर फूड सप्लाई में मिलाया जानेवाला एक सबसे स्पष्ट घटक है. उन्होंने बताया, "नतीजे बताते हैं कि स्वैच्छा से शुगर कटौती के लक्ष्य को देखते हुए राष्ट्रीय कार्यक्रम लागू किया जाए, जो स्वास्थ्य में बड़े सुधार पैदा कर सकती है." शोधकर्ताओं ने स्वास्थ्य, आर्थिक को प्रमाणित करने के लिए मॉडल बनाया था.