Myths vs Facts : क्या डेंगू से लीवर पर असर पड़ता है? जानें क्या है सच
डेंगू एक सामान्य लेकिन गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के जरिए फैलती है. इसके बारे में कई मिथक और गलत धारणाएं भी प्रचलित हैं, खासकर लीवर पर इसका प्रभाव पड़ता है आइए जानते हैं यहां..
डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो मच्छरों के काटने से फैलता है. यह बीमारी हर साल हजारों लोगों को प्रभावित करती है, खासकर मानसून के मौसम में. डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं. लेकिन क्या डेंगू का असर लीवर पर भी पड़ता है? यह एक सवाल है जो बहुत से लोग जानना चाहते हैं.
लीवर पर डेंगू का असर
डेंगू वायरस शरीर में प्रवेश करने के बाद खून में फैलता है और कई अंगों को प्रभावित कर सकता है. इनमें लीवर भी शामिल है. डेंगू के मरीजों में लीवर पर असर पड़ने की संभावना होती है, हालांकि हर मामले में यह असर गंभीर नहीं होता. जब डेंगू वायरस लीवर को प्रभावित करता है, तो इसे "हेपेटाइटिस" कहा जाता है. इस स्थिति में लीवर में सूजन आ सकती है, और लीवर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है. मरीजों में लीवर एंजाइम्स के स्तर बढ़ सकते हैं, जिससे लीवर पर अधिक दबाव पड़ता है.
डेंगू का लिवर पर असर
डेंगू के कारण लीवर प्रभावित होने पर कुछ सामान्य लक्षण दिख सकते हैं, जैसे पेट में दर्द, खासकर दाईं तरफ, भूख में कमी, मतली या उल्टी, आंखों या त्वचा में पीलापन (पीलिया), और थकान या कमजोरी. हालांकि, अधिकांश मामलों में लीवर पर यह असर हल्का होता है और सही इलाज मिलने पर लीवर की स्थिति सामान्य हो जाती है. लेकिन अगर मामला गंभीर हो, तो लीवर की कार्यक्षमता पर ज्यादा असर पड़ सकता है, जिससे मरीज की स्थिति गंभीर हो सकती है.
कैसे बचें और क्या करें
यदि आपको डेंगू के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. डॉक्टर आपकी स्थिति की जांच करेंगे और आवश्यक जांचें कराएंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि लीवर पर कितना असर पड़ा है. लीवर को ज्यादा नुकसान से बचाने के लिए.
- जल्दी इलाज कराएं: डेंगू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- पर्याप्त आराम करें: शरीर को ज्यादा से ज्यादा आराम दें.
- तरल पदार्थ पिएं: शरीर में पानी की कमी न होने दें. अधिक पानी, नारियल पानी, और इलेक्ट्रोलाइट्स पिएं.
- दवाओं का सही इस्तेमाल करें: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का ही इस्तेमाल करें. बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें, खासकर पेरासिटामोल या अन्य दर्द निवारक दवाएं.
जरूरी बातें
डेंगू से लीवर पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह असर अधिकांश मामलों में अस्थायी होता है. सही समय पर इलाज और उचित देखभाल से लीवर की सेहत को बनाए रखा जा सकता है. डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से बचने के उपाय अपनाएं और अगर आपको डेंगू के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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