लकवा यानि पक्षाघात या पैरालिसिस की बीमारी अचानक से भी किसी को भी हो सकती है. इसका सबसे बड़ा कारण है सिर पर चोट लगना यानी ब्रेन स्ट्रोक. लकवा से पीड़ितो लोगों के लिए अक्सर एक बात यह जरूर कही जाती है कि शरीर में कमजोरी के कारण होती है लेकिन आजतक लोगों को यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर किस मिनरल की कमी के कारण लोग इस बीमारी का शिकार बन जाते हैं. एक व्यक्ति के लिए रोजाना 3 ग्राम पोटैशियम की जरूरत पड़ती है. ताकि मसल्स, नर्व्स और दिल सही तरीके से काम करे. 


इन कारणों से किसी व्यक्ति को मारता है लकवा


जब किसी व्यक्ति में पोटैशियम की मात्रा काफी ज्यादा कम हो जाती है तो उसे अस्थाई तौर पर लकवा मार देता है. मेडिकल भाषा में इसके लिए खास टर्म यूज किए जाते हैं. जिसका नाम होता है हाइपोकैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस (ट्रांसिएंट पैरालिसिस) कहते हैं. जब शरीर के मसल्स कमजोर होने लगते हैं तो इसका असर दिल पर भी पड़ता है. शरीर में पोटैशियम की कमी होने पर दिल ठीक से फंक्शन नहीं करता है. इससे हार्ट बीट भी ऊपर-नीचे हो जाती है. इसलिए अक्सर कहा जाता है कि शरीर में भरपूर मात्रा में पोटैशियम जरूरी है. 


शरीर में पोटैशियम की कमी को दूर करना है तो आपको अपनी डाइट में इन चीजों को करना होगा शामिल


केला


नारियल तेल


आलू


शकरकंद


पोटैशियम शरीर के फंक्शन में कैसे हेल्प करता है?


रक्तचाप: पोटेशियम रक्तचाप पर सोडियम के प्रभाव को कम करने में मदद करता है.


कोशिका कार्य: पोटेशियम पोषक तत्वों को कोशिकाओं में ले जाने और अपशिष्ट उत्पादों को कोशिकाओं से बाहर निकालने में मदद करता है.


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हड्डियों का स्वास्थ्य: पोटेशियम आपके शरीर द्वारा मूत्र के माध्यम से खोई जाने वाली कैल्शियम की मात्रा को कम करके ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद कर सकता.


पालक और कोलार्ड जैसी पत्तेदार सब्जियां


अंगूर और ब्लैकबेरी जैसे बेल वाले फल


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गाजर और आलू जैसी जड़ वाली सब्जियां


संतरे और अंगूर जैसे खट्टे फल


मांस


कुछ प्रकार की मछलियां, जैसे सैल्मन, कॉड और फ़्लॉन्डर


फलियां


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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