खाना खाने के बाद आम खाने की न सोचें वरना इसकी मिठास फ्री में दे देगी ये बीमारी
गर्मी यानि आम का सीजन. कई लोग अपनी सुबह की शुरुआत आम खाकर करना चाहते हैं लेकिन ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने के डर से हमेशा इसे खाने से बचते हैं.
गर्मी यानि आम का सीजन. कई लोग अपनी सुबह की शुरुआत आम खाकर करना चाहते हैं लेकिन ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने के डर से हमेशा इसे खाने से बचते हैं. ऐसे लोगों के लिए हमारे पास है यह खास उपाय. इस टिप्स को आजमाकर आप आम खाएंगे तो ब्लड में शुगर लेवल के बढ़ने का डर कभी नहीं होगा.आम में नैचुरल शुगर होता है. आम में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. जो मुख्य रूप से कई तरह के विटामिन और मिनरल्स से बने होते हैं. एक बैलेंस डाइट लेना चाहते हैं तो आप आम को अपने ब्रेकफास्ट में शामिल कर सकते हैं. ब्रेकफास्ट में आम में शामिल करने से पहले कुछ खास बातों का ख्याल रखना होगा.
खाना खाने के बाद मिठाई की तरह आम न खाएं
ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ने से रोकना है तो आपको सबसे पहले एक चीज तय करना होगा कि आपको पूरा एक आम नहीं खाना है. एक आम में सर्विंग एक कप या लगभग 159 ग्राम होती है. अगर आपको ब्लड शुगर की शिकायत है तो जो भी मीठा फल आप खाते हैं तो उसका आधा खाएं. या आम के पतले सलाइस काटकर खाएं. आम शुगर स्पाइक्स पैदा कर सकता है, इसलिए इसे खाली पेट नहीं खाना चाहिए. आप इस फल को दोपहर के खाने के साथ खा सकते हैं.तब यह सुबह के मुकाबले दोपहर में ज्यादा फायदा करेगा. नाश्ते में इसे खाने का सोच रहे हैं तो आप इसे दूसरे चीजों के साथ मिलाकर खा सकते हैं. लेकिन एक चीज का ध्यान रखें कि आप इसे खाना खाने के बाद मिठाई की तरह न खाएंय ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसा करके आप अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट जोड़ रहे हैं और केवल कैलोरी लोड बढ़ा रहे हैं.
आम के साथ प्रोटीन जरूर लें
आम जब भी आप खाएं तो उसे प्रोटीन और फैट के साथ खाएं. ऐसा करने शरीर आराम से आम में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट को पचा लेती है. साथ ही इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स से भी शरीर को सुरक्षित रखती है. जिसकी वजह से ब्लड में शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है. आम के साथ कुछ ग्रीक योगर्ट, पनीर, या मुट्ठी भर मेवे मिलाकर खाने से यह आपके शरीर पर काफी फायदेमंद होता है.
ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल करना है तो कच्चे आम भी खा सकते हैं
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) ब्लड में शुगर लेवल को काफी जल्दी बढ़ाता है. इसके आधार पर खाद्य पदार्थों को रैंक करता है. आम में मध्यम जीआई होता है, जिसका अर्थ है कि वह ब्लड में शुगर लेवल बढ़ा सकता है.हालांकि, आम में फाइबर की मौजूदगी चीनी के असर को धीमा करने में मदद कर सकती है. इसलिए आम को प्रोटीन के साथ खाना चाहिए.
पके, मीठे आम की तुलना में कच्चे आम में चीनी की मात्रा कम होती है. वे फाइबर से भी भरपूर होते हैं और ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने का एक अच्छा साधन हैं. आप कच्चे आमों का सलाद, चटनी, स्वाद या साइड डिश के रूप में आनंद ले सकते हैं.
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