कहते हैं न जैसा बड़ा करते हैं बच्चे भी ठीक वैसा ही करते हैं. आजकल बड़ों की ही लाइफस्टाइल और खानपान खराब है जिसका असर बच्चों पर भी दिखाई देता है. बड़े काफी ज्यादा स्पाइसी और मीठा, जंक खाते हैं तो बच्चे भी उन्हें ही फॉलो करते हुए स्पाइसी खाते हैं. अगर आपके बच्चे भी बहुत ज्यादा मीठा और मसालेदार खाते हैं तो आपको इस पर आज से ही रोक लगानी चाहिए. क्योंकि इसका नुकसान उनके पाचन तंत्र पर पड़ता है. 


ज्यादा स्पाइसी खाने से बच्चों का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. अगर आपको बच्चे को मसाले खिलाने भी हैं तो आप उसे घर पर ही बनाएं. ज्यादा चटपटा और मसाला खाने से इसका खतरनाक असर शरीर पर पड़ता है. 


सीने में जलन की दिक्कत


बच्चे अगर ज्यादा तीखा खाते हैं तो उन्हें सीने में जलन हो सकती है. मसाला खाने से पेट में अल्सर और सीने में जलन की शिकायत हो सकती है. क्योंकि मसाले आसानी से पचते नहीं है. 


कब्ज की समस्या


आजकल बहुत ही कम उम्र में बच्चों को कब्ज की समस्या होती है. इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है बच्चों को जंक और तीखा खाना. मसाला पचने में पेट को काफी ज्यादा समस्या होती है. जिसके कारण बच्चे का मल भी सख्त हो जाता है. 


मुंह में छाले की समस्या


ज्यादा तीखा और मसालेदार खाने के कारण मुंह में छाले की समस्या हो जाती है. छालों की समस्या के कारण सीने में जलन हो सकती है. ऐसी स्थिति में  बच्चों को तीखा खाने से बचना चाहिए. 


पेट खराब 


ज्यादा तीखा खाने से बच्चे को पेट खराब की समस्या हो सकती है. शरीर में कमजोरी की वजह से डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं. कई बार ऐसा होता है कि बच्चों को मसाले ठीक से सूट नहीं करता है उन्हें पेट से जुड़ी तकलीफ शुरू होने लगती है. जिसके कारण पेट दर्द की समस्या शुरू हो जाती है.  ज्यादा स्पाइसी और मीठा खाने के कारण आजकल के बच्चे मोटापा का शिकार हो जाते हैं. तीखा खाने में अनहेल्दी फैट काफी ज्यादा मात्रा में होता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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