Winter Heart Health: उत्तर भारत में सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है. मौसम लोगों को खूब सुहावना लग रहा है. लोग इस मौसम का खूब आनंद उठा रहे हैं. हालांकि लोग एक चीज को लेकर खूब कंफ्यूज रहते हैं वह ये है कि सर्दियों में किस तरह के पानी से नहाना चाहिए? पानी ठंडा हो या गरम. कुछ लोग जहां एकदम गर्म पानी से नहाना प्रेफर करते हैं तो कुछ लोग ठंडे पानी से ही नहा लेते हैं लेकिन इससे जुड़ी आपको कुछ बातें जानी जरूरी है. कहा जाता है आपके नहाने का तरीका सर्दियों में आपके दिल की सेहत तय करता है. जी हां बाहर और घर के अंदर तापमान के बहुत ज्यादा अंतर वैसे भी दिल को तनाव देते हैं. ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है और बीपी बढ़ जाता है.ठंडी और गर्म दोनों तरह की फुहारे शॉक का कारक है जिससे शरीर को एडजस्ट करने में परेशानी होती है. ऐसे में इससे बचना चाहिए सबसे बढ़िया तरीका है कि आप गुनगुने पानी से ही नहाएं. यह अचानक झटके से बचने में मदद करता है और शरीर को कंफ्यूज होने से बचाता है.वास्तव में गुनगुना पानी शरीर के तापमान को बढ़ाता है और ब्लड सरकुलेशन को बढ़ावा देता है.
दरअसल जब हम सर्दियों में ठंडे पानी के संपर्क में आते हैं तो हमारी पहली प्रतिक्रिया यही होती है कि हमारे हाथों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसे में हमें इससे दूरी बनानी चाहिए. हमारा शरीर प्रतिक्रिया करता है क्योंकि ये आपातकालीन स्थिति में होता है और ब्लड सरकुलेशन को एक तेज गति में भेजता है. आपका दिल आपके महत्वपूर्ण अंगों की सुरक्षा के लिए तेजी से रक्त पंप करना शुरू कर देता है और आपकी त्वचा के पास सरकुलेशन को रोकता है तो, यह आपके कंपन को कम कर देता है.. हालांकि इससे दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है.ठंडे पानी में डुबकी लगाने से शरीर का तापमान अचानक से कम होने के साथ पेरीफेरल वैस्कुलर रेजिस्टेंस बढ़ जाता है. यह स्थिति तेजी से ब्लड प्रेशर को बढ़ा देती है जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है
ठंटे औऱ गर्म पानी से नहाने के नुकसान
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि अचानक से ठंडे पानी से नहा लेने से दिल की बीमारी से पीड़ित लोगों को भारी जोखिम उठाना पड़ सकता है. ठंडे पानी से शरीर शॉक में आ जाता है जिससे त्वचा में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती है और रक्त प्रभाव धीमा पड़ जाता दिल भी तेजी से धड़कने लगता है ताकि खून को पंप कर शरीर में पहुंचा सके. कई बार ऐसे कई केस सामने आए हैं जिसमें मरीज को ठंडे पानी से नहाने की वजह से हाई ब्लड प्रेशर के साथ ब्रेन स्ट्रोक हुआ है.. ऐसे में आपको एकदम ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए..इसी तरह गर्म पानी के साथ भी है. अगर आप ठंड के दिनों में अचानक से गर्म पानी से नहाते हैं तो बीपी में तेजी से गिरावट आ सकती है जो दिल को फिर से तनाव में डाल सकता है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं
सर्दी में नहाने का सबसे बेस्ट तरीका क्या है
नहाने का सबसे बेस्ट तरीका यह है कि आप गुनगुने पानी से नहाएं ना ज्यादा ठंडा ना ज्यादा गर्म.. इससे आपके शरीर को एडजस्ट करने का मौका मिलता है. नहाने का सबसे बेहतर तरीका ये है कि सबसे पहले पैरों और शरीर के अंगों को पानी के संपर्क में लाएं, फिर जब एक बार बॉडी एडजस्टमेंट के कंडीशन में आ जाए तो पूरे स्नान के लिए जाएं. साथ ही तुरंत टॉवल अप कर लें ताकि शरीर को दोबारा ठंड का झटका ना लगे
सर्दी के मौसम में दिल के दौरे के खतरे को कम करने के लिए व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
दरअसल सर्दियों में रक्तचाप बढ़ने वाले प्रमुख कारकों में धमनियों का सिकुड़ना, सूरज के संपर्क में ना आना, शारीरिक गतिविधि का कम होना, ज्यादा नमक खाना, रक्त का थक्का जमना शामिल है. ऐसे में लोगों को हल्का भोजन करना चाहिए, पर्याप्त ऊनी कपड़े पहनने चाहिए, शारीरिक गतिविधि और व्यायाम को शामिल करना चाहिए.