Cancer Symptoms In Woman: सेल्स विकसित होकर बॉडी को का निर्माण करती है. हर दिन सेल्स नष्ट होती है और नए सिरे से बनती हैं. इनकी यही नष्ट होने और निर्माण होने की प्रक्रिया के बीच लाइफ सर्वाइव करती है. सेल्स यानि कोशिकाओं की निश्चित ग्रोथ होने पर किसी तरह की परेशानी नहीं होती है. लेकिन यदि सेल्स की अनियत्रिंत ग्रोथ हो, तो यह गांठ बन जाती है. गांठ कैंसर और नॉन कैंसर्स दो तरह की होती हैैं. नॉन कैंसर्स गांठ लंबे समय तक बॉडी में पड़ी रहती हैं, जबकि कैंसर की गांठ अधिकांश तौर पर जानलेवा होती है. कुछ कैंसर की चपेट में महिलाएं अधिक आती हैं. उनके लक्षणों को जानने की जरूरत है. 


1. ब्रेस्ट कैंसर


ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे प्रमुख कैंसर है. ऐसा नहीं है कि यह कैंसर केवल महिलाओं में ही होता है. पुरुष भी इसकी चपेट में आ जाते हैं. शहरी महिलाओं में गांव की महिलाओं की तुलना में ब्रेस्ट कैंसर अधिक देखने को मिलता है. 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना अधिक रहती है. यदि इसके लक्षणों की बात करें तो ब्रेस्ट का साइज बदल रहा है, निप्पल से किसी तरह का फ्लूइड निकलना, स्किन के रंग में बदलाव आना ब्रेस्ट कैैंसर के लक्षण हो सकते हैं. 


2. ओवेरियन कैंसर 


ओवेरियन कैंसर भी महिलाओं में होने वाला प्रमुख कैंसर है. इस कैंसर की जानकारी तीसरी या चौथी स्टेज में हो पाती है. इसके लक्षणों की पहचान करना मुश्किल होता हे. लेकिन अहतियात बरतकर इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है. इनमें पेट में भारीपन महसूस होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना, भूख न लगना, बार-बार यूरिन आना शामिल हैं. इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. 


3. सर्वाइकल कैंसर 


सर्वाइकल कैंसर भी बहुत महिलाओं को अपनी चपेट में लेता है. इस कैंसर खराब पहलू ये है कि इसका डेथ रेट बेहद अधिक है. इसस कैंसर का प्रमुख कारण एचपीवी यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस होता है. रिलेशन बनाते समय यह महिलाओं में ट्रांसफर हो जाता है. पेट में दर्द होना, आपसी संबंध के बाद ब्लीडिंग होना, पीरियड के बाद भी ब्लीडिंग होने लगना, बदबूदार डिस्चार्ज होना शामिल है. 


4. कोलोरेक्टल कैंसर 


कोलोरेक्टल कैंसर पेट या बड़ी आंत का कैंसर कहलाता है. यह आंतों में होने वाला कैंसर है. इसमें शौच करते समय ब्लड आना, कब्ज की समस्या अधिक रहहना, मल त्याग करते समय दर्द और जलन रहना, तेजी से वजन कम होना. ऐसे लक्षण दिख रहे हैं तो इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. 


5. ओरल कैंसर


शहरी महिलाओं में स्मोकिंग का क्रेज तेजी से बढा है. इसका दुष्परिणाम यह है कि ओरल कैंसर पुरुषों से अधिक महिलाओं को अपनी चपेट में ले रहा है. पिछले कुछ सालों में महिलाओें में ओरल कैंसर के केस तेजी से बढ़े हैं. वहीं, तंबाकू दातुन इस्तेमाल करने के कारण ग्रामीण महिलाओं में ओरल कैंसर हो रहा है. इस कैंसर मे ंमुंह में सफेद धब्बा, बहुत तेज दर्द, सूजन, लंबे समय तक छालों का न जाना, कमजोर होकर दांतों का टूटना जैसे लक्षण दिख सकते हैं.  


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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