(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Confusion And Irritation: इस वजह से हर समय बना रहता है कंफ्यूजन, बढ़ जाती है चिड़चिड़ाहट
Cause of confusion: हर समय उलझन बनी है, समझ नहीं आता कि किस तरह अपने कामों को बेहतर बनाए तो यह आर्टिकल आपके लिए है. कार्यक्षमता बढ़ाने, मेहनत करने की इच्छा से आप अनजाने में ये गलती कर सकते हैं
Lack of concentration: आप खुद को बहुत कूल रखने की कोशिश करते हैं और अपने काम को लेकर पूरी तरह कमिटेड भी हैं. फिर भी न तो आप पूरी दक्षता (Capacity) के साथ अपना काम कर पा रहे हैं और न ही खुश रह पा रहे हैं? छोटी-छोटी बात पर तेज गुस्सा (Anger) भी आपको परेशान (Irritaiton) कर रहा है? यदि ऐसा है तो आपको यहां बताई जा रही बातों पर जरूर ध्यान देना चाहिए...
क्यों रहता है कंफ्यूजन और चिढ़चिढ़ापन?
कंफ्यूजन और चिढ़चिढ़ापन रहने की सबसे बड़ी वजह होती है नींद पूरी ना हो पाना. जब ऐसा लंबे समय तक होता रहता है तो शरीर में जरूरी हैपी हॉर्मोन्स और एनर्जी हॉर्मोन्स की कमी होने लगती है और इनका संतुलन गड़बड़ा जाता है. इस कारण फोकस की कमी और मूड स्विंग्स की समस्या होने लगती है. नींद पूरी ना हो पाने के कारण शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक (Biological Clock) डिस्टर्ब हो जाती है, जिसका सीधा असर पाचन और स्किन पर दिखाई देता है. जब ये सभी समस्याएं एक साथ शरीर पर हावी होती हैं तो आप पूरी तरह स्वस्थ होते हुए भी खुद को बीमार अनुभव करते हैं.
कम सोने के नुकसान क्या हैं?
यदि आप हर दिन 7 घंटे से कम नींद लेते हैं तो यह कहा जा सकता है कि आप अपने शरीर की आवश्यकता से कम सो रहे हैं. हालांकि आपके शरीर की लिए नींद की आवश्यकता आपकी दिनचर्या और कामकाज पर भी निर्भर करती है. क्योंकि जो लोग ध्यान और मेडिटेशन, कृषि कार्यों से जुड़े होते हैं, उन लोगों की एक तय दिनचर्या के कारण उनकी नींद की आवश्यकता कम या ज्यादा हो सकती है. हालांकि यह एक सिचुएशन बेस्ड कंडीशन होती है. सामान्य व्यक्ति को हर दिन कम से कम 7 घंटे की नींद चाहिए होती है. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है...
- कार्यक्षमता कम होना (Low work efficiency )
- भावनात्मक समस्याएं (Emotional Trauma)
- चिढ़चिढ़ापन (irritability)
- मूड स्विंग्स (mood swings)
- हाई ब्लड प्रेशर (High BP)
- मोटापा बढ़ना (Cause of Fat)
- हर समय थकान रहना (Tiredness)
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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