What is Chest Congestion: सीने में जकड़न की वजह होता है बलगम जिसे आप कफ (Cough) और म्यूकस (Mucus) के नाम से भी जानते हैं. चेस्ट कंजेशन की समस्या आमतौर पर तब होती है, जब किसी भी कारण से शरीर में कफ अधिक बनने लगता है. आमतौर पर सर्दी-जुकाम (Cold and running nose) या फिर श्वसनतंत्र में कोई संक्रमण (respiratory ) होने पर चेस्ट कंजेशन की समस्या होती है.
आयुर्वेद के अनुसार, कफ हमारे शरीर का एक मुख्य तत्व है. वात-पित्त और कफ आयुर्वेद में शरीर के ये तीन दोष माने गए हैं. जब तक ये संतुलित रहते हैं, व्यक्ति स्वस्थ रहता है. लेकिन जैसे ही इनमें से कोई एक भी गड़बड़ाया तो शरीर को कोई ना कोई व्याधि घेर लेती है यानी रोग हो जाता है.
चेस्ट कंजेशन के लक्षण क्या हैं?
- चेस्ट कंजेशन के दौरान सांस लेते समय आवाज आती है.
- गले में बार-बार कफ अटकता है
- खांसी के साथ कफ आता है
- सीने में दर्द और भारीपन हो सकता है
- सिर दर्द होना
- सांस फूलना
- गले में कफ जमा होना
- नींद लेने में समस्या
- थकान लगना
चेस्ट कंजेशन का इलाज क्या है?
- चेस्ट कंजेशन का इलाज कराने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए. आमतौर पर लोग इस दौरान स्वेच्छा से या किसी के कहने पर ऐंटिबायोटिक दवाएं लेने लगते हैं और साथ में कुछ घरेलू नुस्खे अपनाते हैं. ऐसा करने से थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है लेकिन इसका सही तरह से इलाज कराना जरूरी होता है ताकि फेफड़ों में जमा कफ आगे चलकर कोई नई समस्या खड़ी ना करे.
- दूसरी बात यह है कि ऐंटिबायोटिक दवाएं सिर्फ बैक्टीरियल इंफेक्शन पर असर करती हैं, लंग्स में जमा हो रहे कफ पर नहीं. क्योंकि यह समस्या वायरस के कारण होती है बैक्टीरिया के कारण नहीं. इसलिए सही जांच के बाद ही दवाओं का सेवन करें और डॉक्टर के परामर्श के बाद ही दवाएं लें.
कफ और दर्द से राहत पाने के घरेलू उपाय क्या हैं?
चेस्ट कंजेशन के दौरान होने वाले दर्द और सीने की जकड़न, खांसी, सिरदर्द और सांस लेने में दिक्कत इत्यादि से राहत पाने के लिए आप ये घरेलू उपाय अपना सकते हैं...
- भाप जरूर लें
भाप के प्रभाव को बढ़ाने के लिए और एक ही बार में राहत पाने के लिए आप कैंफर कैप्सूल का उपयोग करें. भाप वाला कैप्सूल कहकर भी आप इसे किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं. हर दवा कंपनी इसे अलग नाम से बनाती है. लेकिन क्लीयर ब्रीद, इजी ब्रीद इनके सामान्य नाम हैं. - काढ़ा जरूर पिएं
कफ, जकड़न, जुकाम इत्यादि होने पर आपको तुलसी और अदरक का काढ़ा जरूर पीना चाहिए. आप ब्लैक-टी भी तुलसी और अदरक डालकर बना सकते हैं. यह बहुत आराम देता है और जल्दी ठीक होने में मदद करता है. ध्यान रहे कि कफ के दौरान दूध और इससे बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. नहीं तो समस्या घटने की जगह बढ़ सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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