Myths Vs Facts: च्वीइंग गम चबाने से क्या वाकई शरीर में कम होने लगता है कैल्शियम? जानें क्या है सच
एबीपी लाइव हिंदी की स्पेशल सीरीज मिथ vs फैक्ट के जरिए जानेंगे कि क्या च्युंगम चबाने से शरीर में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है? क्योंकि च्युंगम वाले लार में कैल्शियम और फॉस्फेट होता है.
चीनी से भरपूर च्युंगम की कई किस्में दांतों में सड़न पैदा कर सकती हैं. लेकिन आर्टिफिशियल स्वीटनर से भरपूर गम दांतों में सड़न को रोकने में मदद कर सकते हैं. हालांकि, एस्पार्टेम नामक एक आम गम स्वीटनर कैंसर से जुड़ा हो सकता है. आज हम एबीपी लाइव हिंदी की स्पेशल सीरीज मिथ vs फैक्ट के जरिए जानेंगे कि क्या च्युंगम चबाने से शरीर में कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है? दरअसल, च्युइंग गम में चीनी की मात्रा होती है.
च्युंगम चबाने से क्या शरीर में कैल्शियम की कमी होती है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि च्युइंग चबाने से कैल्शियम की मात्रा कम नहीं होती है. बल्कि इसे चबाने से मुंह में काफी मात्रा में लार बनता है. जैसा कि आपको पता है लार में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फॉस्फेट होता है. जो दांतों की सड़न को रोकने और इनेमल को मजबूत बनाने में मदद करता है.
लार में मौजूद कैल्शियम और फॉस्फेट डीमिनरलाइज्ड इनेमल पर जमा हो सकते हैं. इससे डीमिनरलाइज्ड होता है. कुछ च्युइंग गम में कैल्शियम के स्रोत जैसे कैल्शियम साइट्रेट, कैल्शियम लैक्टेट या कैल्शियम ट्राइफॉस्फेट होते हैं, जो कैल्शियम की पूर्ति करने में मदद कर सकते हैं. कुछ खास तरह के शुगर-फ्री गम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण पैदा कर सकते हैं. इसलिए व्यक्ति को कुछ खास तरह के च्युइंग गम ही खाना चाहिए. नहीं तो इससे शरीर पर बुरा असर होता है.
च्युइंग गम चबाने से शरीर पर होने वाले नुकसान
दांतों से जुड़ी समस्याएं
अपने मुंह के एक तरफ से चबाने से दांतों में सड़न, पल्पिटिस और पल्प नेक्रोसिस हो सकता है. च्युइंग गम चबाने से दांतों में सड़न, कैविटी और मसूड़ों की बीमारी भी हो सकती है.
टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट (TMJ) डिसऑर्डर
अपने मुंह के एक तरफ से चबाने या च्युइंग गम चबाने से जबड़े की मांसपेशियों में असंतुलन या TMJ जैसी समस्या हो सकती है. लक्षणों में चबाने पर दर्द, कान में दर्द, दांत में दर्द और सिरदर्द शामिल हैं.
पाचन संबंधी समस्याएं
बहुत जोर से या बहुत देर तक चबाने से पेट फूलना, गैस, मतली और सीने में जलन हो सकती है. देर तक च्युइंग गम चबाने से आप काफी ज्यादा मात्रा में हवा भी निगल सकते हैं. जो चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) के जोखिम को बढ़ा सकता है.
च्युइंग गम चबाने से आपके शरीर में अमलगम फिलिंग से पारा निकल सकता है. पारा के हाई लेवल से न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, मानसिक विकार और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
यह भी पढ़ें : स्पेस में लगातार कम हो रहा है सुनीता विलियम्स का वजन, जानें अचानक वेट लॉस कितना खतरनाक
कैंसर
तंबाकू चबाने, सूंघने, स्नस और घुलनशील तम्बाकू में निकोटीन और रसायन होते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं.
ये भी पढ़ें: इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं एक्टर राम कपूर, नहीं है इसका कोई इलाज
कितने देर तक च्यइंग गम चबाना चाहिए?
च्युइंग गम के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए, आप इसे प्रतिदिन 15 मिनट से कम समय तक चबा सकते हैं और चीनी रहित गम का उपयोग कर सकते हैं. यदि आपको TMJ है, तो आपको च्युइंग गम से पूरी तरह बचना चाहिए.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: सिर्फ एक सिगरेट पीने से खत्म हो जाते हैं जिंदगी के इतने मिनट, चेन स्मोकर्स को डराने वाली स्टडी आ गई सामने
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )