नई दिल्ली: सर्दी के मौसम में सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चों को होती है. जरा सी भी सर्द हवा लगी तो बच्चे बीमार हो जाते हैं. सर्दी के मौसम मे बच्चों में सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या बढ़ जाती है. अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या आगे चलकर गंभीर रोग बन जाती है. इसलिए जरूरी है कि समय रहते ही इस समस्या को दूर कर लिया जाए. सर्दी में बच्चों की देखभाल कैसे करें, यहां जानते हैं


सुबह के समय सर्दी बच्चों को जल्द अपनी गिरफ्त में लेती है. इसलिए सबसे पहले बच्चों को सुबह उठते ही अच्छे ढंग से गर्म कपड़े पहना देने चाहिए. बच्चों में सर्दी सबसे पहले कान और गले के जरिए प्रवेश करती है. इसीलिए जो बच्चे संवेदनशील होते हैं और उनमें रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है ऐसे बच्चों को सुबह उठते ही खांसी और छींक आना शुरू हो जाती है. सुबह तो ऐसे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें ही साथ सोते समय भी बच्चों को मंकी कैप जैसे गर्म कपड़े जरूर पहनाएं. सुबह के समय बच्चों को मौजे पहना सकतें है.


जब सर्द हवा तेज चले तो बच्चों को इन हवाओं से बचाकर रखना चाहिए. बच्चों को सर्दी में बाइक स्कूटर से लाने ले जाने पर अंकुश लगाना चाहिए. दोपहिया वाहनों पर बच्चों को जल्द हवा लगने का डर बना रहता है. बच्चों की सेहत के लिए जो ठीक नहीं है. शुरूआत में अगर बच्चे को सर्दी लग गई है तो कोशिश करें कि घरेलू उपाय से ही इलाज करें, जल्द दवा दे देने से बच्चे दवाओं के आदी हो जाते हैं और बाद में समस्या बढ़ने पर दिक्कत होती है.