देश-दुनिया में लोग अभी कोरोना के कहर से उबर ही रहे थे कि एक और रहस्यमयी बीमारी ने हमला कर दिया. चीन से शुरू हुई ये बीमारी अब अमेरिका तक फैल चुकी है. यह खतरनाक वायरस चीन में फैल चुका है और इसे मिस्ट्री वायरस के नाम से जाना जाता है. हालांकि, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसे व्हाइट लंग सिंड्रोम का नाम दिया है. यह रहस्यमयी बीमारी धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रही है. यह बीमारी सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को प्रभावित कर रही है.
व्हाइट लंग सिंड्रोम क्या है?
माइकोप्लाज्मा निमोनिया बैक्टीरिया इस बीमारी का मुख्य कारण हो सकता है. यह बीमारी व्यक्ति के फेफड़ों पर बुरा प्रभाव डालती है. इससे प्रभावित मरीजों के फेफड़े सूज जाते हैं और वे सफेद दिखने लगते हैं. दरअसल, एक्स-रे लेने के बाद जो रिपोर्ट आती है, उसमें फेफड़े काले दिखाई देते हैं, लेकिन इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति की एक्स-रे रिपोर्ट में फेफड़े सफेद दिखाई देते हैं, इसलिए इसे यह नाम दिया गया है.
क्या कारण है बच्चे इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं
इस बीमारी का शिकार ज्यादातर छोटे बच्चे हो रहे हैं. इसके पीछे मुख्य कारण बच्चों का कमजोर इम्यून सिस्टम है. 5 से 10 साल के बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे विकसित होती है. यानी एक तरह से उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. ऐसे में कोई भी वायरस सबसे पहले कमजोर इम्यूनिटी पर हमला करता है. इस कारण बच्चे इस बीमारी का सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं.
व्हाइट लंग सिंड्रोम के लक्षण
सांस लेने में तकलीफ़
सीने में लगातार दर्द रहना
हर समय थकान महसूस होना
सर्दी-खांसी होना
हल्का बुखार
ठंड महसूस हो रहा है
इस बीमारी से ऐसे करें बचाव
इस बीमारी से खुद को बचाने के लिए लंबी दूरी बनाए रखें. अपने हाथों को सेनिटाइज करें और बार-बार धोएं. अगर आपको हल्का बुखार भी है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. सर्दी-खांसी होने पर तुरंत मास्क पहनें. अपने आप को अलग कर लें. साथ ही अपनी डाइट भी हेल्दी रखें. वजन बढ़ने से बचने के लिए योग करें.