राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को गुआंगदोंग प्रांत के स्थानीय अधिकारियों को जियानकुई के कृत्य की जांच करने के आदेश दिये. चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने मंगलवार को बताया कि अगर जन्म की पुष्टि हुई तो उनका मामला प्रासंगिक कानूनों और नियमनों के अनुसार देखा जाएगा. यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वह संभावित आपराधिक आरोपों का भी सामना करेंगे.
उनके नियोक्ता साउदर्न यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने एक बयान में कहा कि उसे हे के मानव जीन संपादन कार्य के बारे में सूचित नहीं किया गया और जांच शुरू कर दी गई है.
विश्वविद्यालय ने कहा कि हे के शोध ने ''शैक्षणिक नैतिकता और मानदंडों का गंभीर उल्लंघन किया.'' वह शेनझेन सिटी मेडिकल एथिक्स एक्सपर्ट बोर्ड और चीनी विज्ञान अकादमी के शैक्षणिक संभाग द्वारा की जा रही जांच का भी सामना कर रहे हैं.
पॉल्यूशन से बचने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, बाहर एक्सरसाइज करने से बचें