Lungs Problems: ठंड ने दस्तक दे दी है. उधर कोविड वायरस भी हवा में तैर रहा है. ऐसे में लंग्स से जुड़ी बीमारी पफैलने का खतरा बढ़ गया है. लोग सर्दी, खांसी, जुकाम की चपेट में आ रहे हैं. कमजोर फेफड़ों की क्षमता वाले लोगों में कई बीमारियों का खतरा रहता है. निमोनिया भी लंग्स से जुड़ी एक बीमारी है. इसके होने पर रोगी सही ढंग से सांस नहीं ले पाता. अगर इलाज न मिले तो कई और दिक्कतें हो सकती हैं. क्या है निमोनिया? कैसे ये बीमारी जकड़ती है और क्या उपाय कर बीमारी से बचा जा सकता है.
क्या होता है Pneumonia?
निमोनिया लंग्स से जुड़ा एक रोग है. आमतौर पर बैक्टीरिया, वायरस और पेरासाइटस के लंग्स पर अटैक करने से यह डिसीज होती है. इसके अलावा सूक्ष्मजीव, कुछ दवा और दूसरे रोग होने पर भी कई बार निमोनिया हो जाता है. इसमें पफेपफड़ों में मौजूद हवा की थैलियों में सूजन आने लगती है. सूजन आने के कारण सीने में दर्द रहने लगता है. बाद में इनमें लिक्विड के रूप में कपफ भरने लगता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इस रोग के होने की संभावना अधिक होती है.
Pneumonia Symptoms को भी जानिए
लगम वाली खांसी हो सकती है. तेज बुखार, सिर दर्द, ठंड लगना या एक साथ पसीना आना, थोड़ा बहुत काम करने पर सांसों का फूलना, कई बार कुछ नहीं भी कर रहे हैं, तब भी सांस फूलने लगना, खांसने या सांस लेने के दौरान सीने में दर्द होना, उल्टी होना, जी मिलचना, थकान रहना शामिल हैं.
इन उपायों से ठीक हो सकते हैं
छह महीने तक बच्चे को मां का दूध पिलाना चाहिए. दूध में पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं. अधिक पोषक तत्व वाले खाने को खाना चाहिए. डेली लाइफ में विटामिन सी का प्रयोग जरूर करें. लेकिन यदि खांसी या खरास अधिक हो रही है तो विटामिन सी के अधिक इस्तेमाल से बचना चाहिए. अनुलोम विलोम, कपाल भांति योग गुरु की सलाह पर जरूर करें. छोटे बच्चे और बुजुर्ग का इम्यून सिस्टम अधिक कमजोर होता है. उन्हें ध्यान रखने की जरूरत है.
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