तुलाने यूनिवर्सिटी की एक नई स्टडी सुर्खियों में बनी हुई है. यह रिपोर्ट 'द इंडिपेंडेंट' में छपी है. जिसमें यह खुलासा किया गया है कि हर दिन 50 सीढ़ियां चढ़ने से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है. रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना 50 सीढ़ियां चढ़ने से लगभग 20 फीसदी दिल की बीमारी का खतरा कम होता है.
सीढ़ी चढ़ना दिल के लिए क्यों होता है अच्छा
स्ट्रेस, कोरोनरी आर्टरी की बीमारी, एथेरोस्क्लोरोटिक दिल की बीमारी (एएससीवीडी), दुनिया भर में मौत का कारण है.'द इंडिपेंडेंट' में छपी रिपोर्ट के सह-लेखक डॉ लू क्यूई के हवाले से कहा गया कि तेजी से सीढ़ी चढ़ना र्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और लिपिड प्रोफाइल में सुधार करने का एक आसान तरीका है. ऐसे लोगों के लिए जो एक्सरसाइज या जिम नहीं करते. तुलाने यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के एक प्रोफेसर ने ऐसा कहा.एएससीवीडी की बीमारी से बचना है तो सीढ़ी चढ़ना काफी अच्छा माना जाता है.
इस रिसर्च में दिल की बीमारी के कई सारे एंगल का रिसर्च किया गया
रिसर्चर ने रिसर्च को एक सही दिशा देने के लिए यूके बायोबैंक के डेटा का उपयोग किया. जिसमें 450,000 वयस्क शामिल थे. इसमें शामिल लोगों के दिल की बीमारी का पता लगाने के लिे पहले उनके हृदय रोग के पारिवारिक इतिहास, ज्ञात जोखिम कारकों और आनुवंशिक जोखिम कारकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया. लाइफस्टाइल और सीढ़ियां चढ़ने की आवृत्ति पर एक सर्वेक्षण भी किया गया, जिसकी औसत अनुवर्ती अवधि 12.5 साल थी. इस रिसर्च में यह भी कहा गया कि जो व्यक्ति हर रोज अधिक से अधिक सीढ़ियां चढ़ते थे उन्हें दिल की बीमारी का जोखिम कम होता था.
यह रिसर्च इंग्लैंड में किया गया
इंग्लैंड के टीसाइड विश्वविद्यालय में खेल और व्यायाम के वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. निकोलस बर्जर के अनुसार सीढ़ियां चढ़ने से सपाट सतह पर चलने की तुलना में अधिक फायदे होते हैं क्योंकि इसमें अधिक मांसपेशियों, संतुलन और सकल मोटर कौशल के उपयोग की आवश्यकता होती है. वह आगे कहते हैं कि सीढ़ियां चढ़ने से हृदय संबंधी गतिविधि शामिल होती है. यही कारण है कि इस अभ्यास में संलग्न होने पर लोगों को अक्सर सांस की तकलीफ का अनुभव होता है. दरअसल, जब आप सीढ़ी चढ़ते हैं तो दिल की गति बढ़ती है उसमें पर्याप्त मात्रा मे अक्सीजन पहुंचता है. जिससे दिल की बीमारी, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है और दिल सेहतमंद होता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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