जम्मू: IIIM कर रहा फार्मुलेशन का क्लीनिकल परीक्षण, कोविड-19 दवा का किया जा सकेगा विकास
भारत में ड्रग फॉर्मुलेशन का क्लीनिकल परीक्षण किया जा रहा है.उससे कोविड-19 की दवा को विकसित करने में मदद मिलेगी.
जम्मू: इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेग्रेटिव मेडिसिन (IIIM) 3-4 फॉर्मुलेशन का क्लीनिकल परीक्षण कर रहा है. उसके जरिए कोविड-19 की दवा को विकसित करना संभव हो सकेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि IIIM कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए बिना मशीन वाले नए किट का भी परीक्षण कर रहा है. किट के आने से देश में संक्रमण की जांच और आसान हो जाएगी.
कोविड वैक्सीन के लिए फॉर्मुलेशन का क्लीनिक परीक्षण
CSIR-IIIM के निदेशक डॉक्टर डी. श्रीनिवास रेड्डी ने कहा, ‘‘कोविड-19 के लिए हम क्लीनिकल परीक्षण कर रहे हैं. आयुष मंत्रालय और उद्योगों के साथ मिलकर हम इसमें शामिल हैं. कोविड-19 दवाओं के लिए 3-4 फॉर्मुलेशन के वास्ते विभिन्न पौधों की प्रजातियों पर 3-4 क्लीनिकल परीक्षण चल रहे हैं.’’ रेड्डी ने बताया कि अगर सभी परीक्षण सफल रहे तो उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी. उन्होंने कहा, "हम दवा बनाने के करीब पहुंच रहे हैं."
जम्मू का IIIM कर रहा ड्रग फॉर्मुलेशन का परीक्षण
उन्होंने बताया कि दुनिया भर में कई विशेषज्ञ और उद्योग समूह लगातार कोविड वैक्सीन के सिलसिले में काम कर रहे हैं. भारत में इस दिशा में प्रमुख रूप से CSIR अगुवा है. उन्होंने कहा, "हमने अप्रैल के पहले सप्ताह में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, जम्मू के साथ टेस्टिंग शुरूआत की." कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होनेवालों में भारत का नाम भी जुड़ गया है. भारत में कोरोना के मामले और मौत की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रही है. इस बीच डॉक्टर रेड्डी को हाल ही में IIIM का डायरेक्टर अगले छह सालों के लिए बनाया गया है. उन्होंने बताया कि IIIM ने उनके अधीन सबसे पहली जिम्मेदारी कोविड-19 सैंपल की टेस्टिंग करने की उठाई है.
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