जैतून या नारियल का तेल दोनों में से हेल्थ के लिए कौन सा है सबसे बेस्ट? न्यूट्रिशनिष्ट से जानें
हमारे डाइट का सबसे अहम पार्ट होता है तेल जो अक्सर हम खानों में यूज करते हैं. इसलिए हेल्थ एक्सरपर्ट या न्यूट्रिशनिष्ट हमेशा अच्छा तेल का यूज करने के लिए कहते हैं.++-ॉ
आज हम बात करेंगे नारियल तेल या ऑलिव ऑयल दोनों में से हेल्थ के लिए कौन सा बेस्ट है. कई लोगों की यह आम समस्या है कि कौन सा कुकिंग ऑयल हमारे हेल्थ के लिए अच्छा होगा. कौन से तेल में कैलोरी की मात्रा कितनी होती है? आज हम आपके सारे भ्रम दूर करने वाले हैं. आज हम फेम डाइटीशियन पोषण पूजा मखीजा से जानेंगे कि डेली रूटीन में जैतून या नारियल का तेल का इस्तेमामल करना चाहिए या नहीं.
पूजा मखीजा के मुताबिक
पूजा मखीजा अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताती हैं कि दोनों तेल अपनी जगह हेल्दी हैं. इसका मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप इसे अधिक मात्रा में इस्तेमाल करें. जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट काफी ज्यादा होता है. जबकि नारियल के तेल में सेचुरेटेड फैट अधिक होती है. इसलिए दोनों में से किसी भी तेल का ज्यादा इस्तेमाल आपकी हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
कुकिंग ऑयल में ये तेल इस्तेमाल करने से दिल की बीमारी का खतरा कम रहता है
अमेरिकी हेल्दी बॉडी वेट और दिल की बीमारी से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑलिव ऑयल को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सैचुरेटेड और ट्रांस फैट के मोनोसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड से भरपूर कुकिंग ऑयल खाते हैं उन्हें दिल की बीमारी, हार्ट अटैक का खतरा कम रहता है.
दोनों ऑयल में पोषक गुण कितना होता है आइए जानते हैं:
एक चम्मच वर्जिन नारियल तेल में यह सब शामिल होता है
कैलोरी: 120
फैट : 14 ग्राम
सैचुरेटेड फैटी एसिड : 13 ग्राम
मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड : 1 ग्राम
पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड: 0 ग्राम
कोलेस्ट्रॉल: 0
एक चम्मच एक्स्ट्रा-वर्जिन जैतून के तेल में शामिल हैं:
कैलोरी: 120
फैट: 14 ग्राम
सैचुरेटेड फैटी एसिड: 2 ग्राम
मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (Monounsaturated fatty acids): 10 ग्राम
पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड (Polyunsaturated fatty acids): 1.5 ग्राम
कोलेस्ट्रॉल: 0
नारियल तेल की तुलना में जैतून तेल हेल्थ के लिए ज्यादा फायदेमंद है. ऑलिव ऑयल को डाइट में शामिल करने से हेल्थ के लिए अच्छा होता है. इससे दिल की बीमारी, कैंसर, डायबिटीज का खतरा कम रहता है. यह सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. वजन कम करने के लिहाज से भी यह अच्छा है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: आखिर शाम को 6 बजे ही डिनर क्यों कर लेती हैं अनुष्का शर्मा? जानिए ये करने का क्या फायदा है
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )