Cancer: कैसे होता है आंत का कैंसर, ये होते हैं सबसे बड़े लक्षण
पूरी दुनिया में होने वाली मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर है. इसमें से 9 लाख सिर्फ कोलन कैंसर के कारण मरते हैं.
Colon Cancer: पूरी दुनिया में होने वाली मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर है. साल 2020 में पूरी दुनिया में 19 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. जिसमें से 9 लाख 30 हजार से ज्यादा लोग कोलन कैंसर की बीमारी से पीडित हैं.
कोलन कैंसर के मामले हर साल तेजी से बढ़ रहे हैं. WHO की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक कोलन कैंसर वर्ल्ड में थर्ड मोस्ट कैंसर है. इस कैंसर के 10 प्रतिशत मामले कोलन कैंसर के होते हैं. साल 2020 में 19 लाख से ज्यादा मामले सामने आए थे. जिसमें से 9 लाख कोलन कैंसर के थे. कोलन कैंसर के लोगों के मन में कई तरह के सवाल आते हैं?
कोलन कैंसर क्या है?
हमारे पेट के अंदर कई ऑर्गन होते हैं. बड़ी आंत यानी लार्ज इंटेस्टाइन सिस्टम का आखिरी हिस्सा होता है. इस हिस्से में होने वाले कैंसर को कोलन कैंसर कहते हैं. जिसे कोलोरेक्टल कैंसर यानी कोलन और रेक्टल कैंसर भी कहा जाता है.
पेट का कैंसर, कोलन कैंसर से अलग होता है. पेट के कई ऑर्गन होते हैं इसके सिस्टम अलग-अलग तरह से काम करते हैं. उसी में से एक डाइजेस्टिव सिस्टम है. इस सिस्टम के आखिरी पार्ट को कोलन कहते हैं और इसमें पनपने वाले कैंसर को कोलन कैंसर कहते हैं.
कोलन में कैंसर होने से प्रिवेंट किया जा सकता है. यानी इससे बच सकते हैं. इसका इलाज अगर सही तरीके से किया जाए तो जान बचाई जा सकती है. इस कैंसर के मरीजों के बचने के चांसेस काफी ज्यादा है.
कोलन कैंसर का कारण
बड़ी आंत में एक मस्सा होता है. जो अगर अनकंट्रोल तरीके से बढ़ने लगता है तो आगे जाकर कैंसर का रूप ले लेता है. इसके सबसे प्रमुख कारण है अनहेल्दी डाइट, काफी ज्यादा तला और भुना हुआ खान, रेड मीट काफी ज्यादा खाने से इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
फैमिली में अगर किसी को कोलन कैंसर तो इसे होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए जिनकी फैमिली हिस्ट्री है वह बचकर रहें.
अगर आंत में सूजन है तो अल्सर के चांसेस भी बढ़ जाते हैं.
अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या रही हो.
एक स्टडी के मुताबिक ओरल हेल्थ और कोलन कैंसर के लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिसर्च के मुताबिक साइंटिस्टों ने एक खास तरह की बैक्टीरिया को खोजा है. इस रिसर्च के मुताबिक मुंह में मौजूद बैक्टीरिया फ्यूसोबैक्टीरियम न्यूक्लियेटम कोलन या कोलोरेक्टल कैंसर की बीमारी की बढ़ोतरी करती है.
कोलन कैंसर के लक्षण
अब बात आती है कि कोलन कैंसर के लक्षणों को किस प्रकार से पहचाना जाए? तो इसमें सबसे पहली समस्या बार-बार दस्त होना या कब्ज होना हो सकती है. मलाशय में ब्लड क्लॉट होना या मल में से खून आना, इसके अलावा पेट में लगातार ऐंठन या दर्द गैस जैसी समस्या होना, मल त्यागने के दौरान पेट पूरी तरह से खाली ना हो पाना, कमजोरी और थकान महसूस होना और बिना कोशिश के भी तेजी से वजन कम होना इसके सामान्य लक्षण है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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