Colon Cancer: दुनिया भर में लोगों की मौत के कई कारणों में से एक कैंसर भी है, जिससे हर साल करोड़ों लोगों की मौत होती है. हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार, एक कैंसर इन दिनों तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है जिससे उन्हें मौत के मुंह में जाने से बचाना बहुत मुश्किल है. जी हां, हम बात कर रहे हैं कोलोरेक्टल कैंसर की, जिसे कोलन कैंसर भी कहा जाता है. यह युवाओं (पुरुष और महिलाओं) दोनों को अपनी चपेट में ले रहा है, एक्सपर्ट्स का मानना है कि यंग एज में कुछ आदतें इस कैंसर का कारण बन सकती है.

 

क्या होता है कोलोरेक्टल कैंसर 

कोलोरेक्टल कैंसर को कोलन कैंसर या रेक्टल कैंसर भी कहा जाता है, यह एक प्रकार का कैंसर है जो कोलन या मलाशय की कोशिकाओं से शुरू होता है और यह धीरे-धीरे पाचन तंत्र तक पहुंच जाता है. कोलन कैंसर अक्सर पॉलीप नाम की कोशिका की वृद्धि से शुरू होता है, जो समय के साथ कैंसर का रूप ले लेता है.

 

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स 

कोलन कैंसर पर की गई अमेरिकी कैंसर सोसायटी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पहली बार ऐसा हुआ है जब कोलोरेक्टल कैंसर युवाओं में होने वाली मौत का प्रमुख कारण बन गया है. यह कम उम्र के लोगों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है, एक्सपर्ट्स के अनुसार इसका सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल और डाइट संबंधित गड़बड़ी है, जो कोलन कैंसर को तेजी से विकसित कर सकती है.

 

कोलन कैंसर के लक्षण 

अब बात आती है कि कोलन कैंसर के लक्षणों को किस प्रकार से पहचाना जाए? तो इसमें सबसे पहली समस्या बार-बार दस्त होना या कब्ज होना हो सकती है. मलाशय में ब्लड क्लॉट होना या मल में से खून आना, इसके अलावा पेट में लगातार ऐंठन या दर्द गैस जैसी समस्या होना, मल त्यागने के दौरान पेट पूरी तरह से खाली ना हो पाना, कमजोरी और थकान महसूस होना और बिना कोशिश के भी तेजी से वजन कम होना इसके सामान्य लक्षण है.

 

ये आदतें बढ़ा रही कोलन कैंसर का खतरा 

कई रिपोर्ट से पता चला है कि जिन लोगों का वजन बहुत ज्यादा होता है उनमें कोलन कैंसर का खतरा भी ज्यादा होता है. इसके अलावा धूम्रपान की आदत, पहले से परिवार में फैमिली हिस्ट्री, हाई फैट, हाई कैलोरी चीजों का लगातार सेवन करना, रेड मीट का सेवन करना, शराब पीने की आदत आपको इस कैंसर का शिकार बना सकती हैं.

 

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