आजकल कोरोना महामारी की वजह से भारत ही नहीं पूरी दुनिया में लोग घरों में कैद हैं. ज्यादातर लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं. लेकिन घरों में ऑफिस का काम करने के लिए सही जगह नहीं मिल पाती. कई बार तो हम घंटों गलत तरीके से बैठकर काम करते रहते हैं. लैपटॉप पर काम करने की वजह से कभी सोफे पर तो कभी बेड पर बैठकर काम करने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं. लंबे वक्त तक एक ही स्थिति में बैठे रहना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है.
लंबे समय तक बैठे रहने के खतरे
ज्यादा देर तक बैठे रहने से गर्दन और पीठ में दर्द आम बात है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी ये आदत आपको कैंसर जैसे खतरे में भी डाल सकती है. इसके अलावा दिल की बीमारी की खतरा भी ऐसे लोगों में बढ़ जाता है.
ज्यादा देर तक बैठे रहने से गर्दन और पीठ में दर्द आम बात है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी ये आदत आपको कैंसर जैसे खतरे में भी डाल सकती है. इसके अलावा दिल की बीमारी की खतरा भी ऐसे लोगों में बढ़ जाता है.
क्या कहता है रिसर्च ?
हाल ही में मेडिकल जर्नल 'जेएएमए ऑन्कोलॉजी' ने एक सर्वे किया जिससे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. शोध के मुताबिक लंबे समय तक बैठे रहने से आप कैंसर का शिकार हो सकते हैं, इसके अलावा बैठे रहने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. दरअसल 4 सालों तक करीब 8,000 लोगों पर ये रिसर्च किया गया. लोगों की लाइफ स्टाइल का आंकलन किया. जिसमें लंबे समय तक बैठे रहने वाले और फिजिकली इनएक्टिव लोगों में कैंसर से मरने का खतरा 82 प्रतिशत ज्यादा पाया गया. जबकि लंबे समय तक बैठे रहने वाले लोगों की तुलना में एक्टिव रहने वाले, एक्सरसाइज करने वाले लोगों में ये जोखिम कम पाया गया. रिसर्च कहती है कि जिन लोगों की दिनचर्या में तेज चलना, एक घंटे से ज्यादा साइकिलिंग करने जैसी एक्टिविटीज शामिल थीं उनमें कैसर का खतरा 31 प्रतिशत कम पाया गया. रिसर्च में कहा गया है कि उठो, चलो और खुद को स्वस्थ रखो.
हाल ही में मेडिकल जर्नल 'जेएएमए ऑन्कोलॉजी' ने एक सर्वे किया जिससे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. शोध के मुताबिक लंबे समय तक बैठे रहने से आप कैंसर का शिकार हो सकते हैं, इसके अलावा बैठे रहने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. दरअसल 4 सालों तक करीब 8,000 लोगों पर ये रिसर्च किया गया. लोगों की लाइफ स्टाइल का आंकलन किया. जिसमें लंबे समय तक बैठे रहने वाले और फिजिकली इनएक्टिव लोगों में कैंसर से मरने का खतरा 82 प्रतिशत ज्यादा पाया गया. जबकि लंबे समय तक बैठे रहने वाले लोगों की तुलना में एक्टिव रहने वाले, एक्सरसाइज करने वाले लोगों में ये जोखिम कम पाया गया. रिसर्च कहती है कि जिन लोगों की दिनचर्या में तेज चलना, एक घंटे से ज्यादा साइकिलिंग करने जैसी एक्टिविटीज शामिल थीं उनमें कैसर का खतरा 31 प्रतिशत कम पाया गया. रिसर्च में कहा गया है कि उठो, चलो और खुद को स्वस्थ रखो.
वर्क फ्रोम होम से बढ़ने लगा है आलस
क्या आप मानते हैं कि वर्क फ्रोम होम से ज्यादा आप ऑफिस में एक्टिव होते थे. लॉकडाउन से पहले आप ज्यादा सक्रिय हुआ करते थे. ज्यादातर लोग कहेंगे हां, इसमें घूमना, टहलना, एक्सरसाइज करना, लोगों से मिलना जुलना, ट्रेवल करना जैसी एक्टिविटीज शामिल थीं. लेकिन अब घर से काम करने पर बाहर आना जाना बंद सा हो गया है. महानगरों में घरों में इतनी जगह नहीं होती कि आप ठीक से टहल सकें. इसलिए फिजिकल एक्टिविटीज काफी कम हो गई हैं. लेकिन स्वास्थ्य को ठीक रखना है तो आपको रोजाना रोजाना चलना होगा या फिर थोड़ी एक्सरसाइज जरूर करनी होगी. क्योंकि आपका आलस और कैंसर की बीच संबंध है. जिसे आपको दूर करना है.
ज्यादा देर बैठने से बढ़ता है कैंसर का खतरा
किसी एक जगह पर लंबे समय तक बैठे रहने से कई समस्याएं होती हैं अब तक वजन बढ़ने, गर्दन में दर्द और पीठ में दर्द की समस्याएं आपने सुनी होंगी लेकिन अब इससे कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है. इस रिसर्च में भी स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि कैंसर जैसी बीमारी का जोखिम कम करने के लिए जीवन शैली में स्वस्थ बदलाव लाने की जरूरत है.
वॉक और एक्सरसाइज से कम होगा कैंसर का खतरा
अगर आप फिजिकली एक्टिव हैं डेली वर्कआउट करते हैं तो आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं. आप हाइ लेवल वर्कआउट के लिए 30 मिनट या ब्रिस्क वॉकिंग, रनिंग और साइकलिंग के लिए 1 घंटे का समय निकालते हैं, तो आप खुद को कैंसर होने से बचा सकते हैं. इसके अलावा आप डेली हेल्दी खाना खाएं.
अगर आप फिजिकली एक्टिव हैं डेली वर्कआउट करते हैं तो आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं. आप हाइ लेवल वर्कआउट के लिए 30 मिनट या ब्रिस्क वॉकिंग, रनिंग और साइकलिंग के लिए 1 घंटे का समय निकालते हैं, तो आप खुद को कैंसर होने से बचा सकते हैं. इसके अलावा आप डेली हेल्दी खाना खाएं.
वर्क फ्रोम होम में कैसे रखें खुद को एक्टिव ?
1 जब भी आपको लगे कि आप 1 घंटे से बैठे हैं तो उठ कर थोड़ी स्ट्रैचिंग करें.
2 पानी पीने के लिए किचिन में जाएं और हर घंटे उठें.
3 फोन पर जब भी फोन पर बात करें चलते चलते रहें.
4 अपने ज्यादातर काम खुद करने की कोशिश करें.
5 खाना काम करने वाली जगह से अलग जाकर खाएं.
2 पानी पीने के लिए किचिन में जाएं और हर घंटे उठें.
3 फोन पर जब भी फोन पर बात करें चलते चलते रहें.
4 अपने ज्यादातर काम खुद करने की कोशिश करें.
5 खाना काम करने वाली जगह से अलग जाकर खाएं.