How Contraceptive Injection Work: अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए ज्यादातर महिलाएं पिल्स (गर्भनिरोधक गोली) का इस्तेमाल करती हैं. लेकिन अब इन्जेक्शन भी चलन में है, जो अनचाहे गर्भधारण रोकने में मदद करता है. ये कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन भी गर्भ रोकने में गोलियों और दूसरे तरीकों की तरह ही काम करता है. हालांकि, इस मामले में अलग है कि यदि आपने एक बार तीन महीने के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन लगवा लिया और फिर बीच में आपका मन गर्भधारण करने का हुआ, तो आप गर्भधारण नहीं कर सकतीं. इसका असर अपने आप तीन महीने बाद ही खत्म होगा. जबकि अन्य तरीकों को आप जब चाहें उपयोग करना बंद करके बच्चा प्लान कर सकते हैं.
क्या होता है गर्भनिरोधक इंजेक्शन
- गर्भनिरोधक गोलियों की तरह ही गर्भनिरोधक इंजेक्शन भी प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन या सिर्फ प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन से बने होते हैं. ये हॉर्मोन्स शरीर में जाकर एग को बनने से रोकते हैं और गर्भाश्य की ग्रीवा (cervix of uterus) में म्यूकस को गाढ़ा कर देते हैं. इससे एग बनने और निषेचन (fertilization) क्रिया की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाती है.
- गर्भनिरोधक इंजेक्शन को डेपो भी कहा जाता है. ये डेपो शरीर में जाने के बाद आपकी नसों में प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन छोड़ते हैं. इन इंजेक्शन के बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि इन्हें सही समय पर सही तरीके से लगाया जाए तो इनकी सफलता की संभावना 99 प्रतिशत तक होती है.
- गर्भनिरोधक इंजेक्शन उन महिलाओं के लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं, जो हर दिन प्रेग्नेंसी पिल्स नहीं लेना चाहती हैं. एक बार ये इंजेक्शन लेने के बाद इनका असर आमतौर पर 8 से 13 सप्ताह तक रहता है. यदि आप 3 महीने वाला इंजेक्शन लगवाते हैं तो. ऐसे में आपको हर दिन गोली लेने की याद नहीं रखनी पड़ती है और ना ही डेट के हिसाब से गोली लेने का ध्यान रखना पड़ता है.
कितनी तरह के होते हैं गर्भनिरोधक इंजेक्शन
- इनके प्रभाव के समय को देखते हुए गर्भनिरोधक इंजेक्शन को तीन कैटिगरी में रखा जाता है. जैसे, एक महीने के असर वाला इंजेक्शन, जिसे मंथली इंजेक्शन भी कहा जाता है.
- दूसरा है दो महीने तक इफेक्टिव रहने वाला इंजेक्शन.
- तीसरा है तीन महीने तक प्रभावी रहने वाला इंजेक्शन. इस इंजेक्शन की मांग सबसे अधिक रहती है और ज्यादातर लोग इसे लगवाना पसंद करते हैं.
इंजेक्शन का उपयोग कहां किया जाता है
- आमतौर पर गर्भनिरोधक इंजेक्शन कूल्हे पर लगाए जाते हैं. लेकिन आप चाहें तो इन्हें बांह पर भी लगवा सकती हैं. वहीं इनमें कुछ ऐसे इंजेक्शन भी होते हैं, जिन्हें पेट पर लगाया जाता है.
- आप चाहें तो ये इंजेक्शन लगाना खुद भी सीख सकती हैं और जब आपकी पहली डोज का टाइम पूरा होने वाला हो तो आप इनका उपयोग खुद भी कर सकती हैं.
इन इंजेक्शन को पीरियड्स के दौरान भी लगवाया जा सकता है. - इन इंजेक्शन का उपयोग वो महिलाएं भी कर सकती हैं, जो बच्चे को स्तनपान यानी ब्रेस्ट फीडिंग करा रही होती हैं. इनके लिए सिर्फ प्रोजेस्टेरोन युक्त इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स इन्हें एस्ट्रोजेन हॉर्मोन देने से बचते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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