Covid Vaccine Booster Dose: कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को बूस्टर शॉट लगाया जा रहा है. वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को ये डोज दी जा रही है. हालांकि अभी सिर्फ 60 साल से अधिक आयु के लोगों, हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही बूस्टर शॉट दिया जा रहा है. जो लोग बूस्टर डोज ले रहे हैं उन्हें कई और बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है. बूस्टर डोज लेने के लिए आपके वैक्सीन की सेकेंड डोज और बूस्टर के बीच 9 महीने का गैप होना जरूरी है. यानी अप्रैल 2020 से पहले जिन लोगों को दूसरा डोज लग चुका है अभी सिर्फ वही लोग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि इसके लिए आपको नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. आप सेंटर पर जाकर भी सीधे वैक्सीन लगवा सकते हैं. अगर आप भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने वाले हैं तो ये बातें जान लीजिए.


1- क्यों जरूरी है बूस्टर डोज? (Importance of booster dose)- रिसर्च में सामने आया है कि बूस्टर डोज एंटीबॉडी के लेवल को बढ़ा देती है. इसके बाद इम्यूनिटी पहले से ज्यादा मजबूत हो जाती है. हालांकि इसका ये मतलब नहीं है कि आपको कोरोना का खतरा नहीं है, लेकिन नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को इससे काफी कम किया जा सकता है. 


2- किसे लग सकता है बूस्टर शॉट? (Who will get booster dose)- बूस्टर डो फिलहाल हेल्थ वर्कर या फ्रंटलाइन वर्कर को लगाए जा रहे हैं. ऐसे लोग जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी हैं. इसके अलावा 60 साल के अधिक उम्र के बीमार बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है. बूस्टर डोज में फ्रंटलाइन वर्कर के परिवार के लोग शामिल नहीं होंगे. 


3- कौन से वैक्सीन का बूस्टर शॉट लगाया जाएगा (Type of vaccine and booster dose)- आपने पहले जिस वैक्सीन दोनों डोज ली हैं आपको उसी का बूस्टर शॉट लगाया जाएगा. अगर आपने कोवीशील्ड की दोनों डोज लगवाई है तो आपको कोवीशील्ड का बूस्टर शॉट लगेगा. 


4- दूसरी डोज के कितने दिन बाद लगेगा बूस्टर शॉट (Duration of booster dose)- आपकी दूसरी डोज और बूस्टर लगवाने के बीच 39 हफ्ते यानी 9 महीने का अंतर होना जरूरी है. यानि अगर आपने अप्रैल में दूसरी डोज लगवाई है तो ही आपको बूस्टर डोज लग सकती है. 


5- कौन सी बीमारियों के मरीजों को लगेगा बूस्टर डोज? (Comorbidities)- अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो आपको बूस्टर शॉट लग सकता है. कॉर्डियोवैस्कुलर डिसीज, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट रेसिपिएंट, कैंसर, सिकल सैल डिसीज, डायबिटीज, किडनी डिसीज जैसी बीमारी से पीड़ित मरीज को बूस्टर शॉट लग सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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