केरल में covid-19 का नया वेरिएंट JN.1 का एक मामला सामने आया है वहीं एक की मौत हो गई है.  जिसके बाद वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसे लेकर चिंता जताई है. वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक अगर इस नए वेरिएंट से बचना है तो कोविड-19 को लेकर जो प्रोटोकॉल बनाए गए हैं उनका पालन करना बेहद जरूरी है. SARS CoV2 का एक नया वेरिएंट पहली बार सितंबर में अमेरिका में पाया गया था और बाद में इस वेरिएंट के 11 वेरिएंट दुनिया के अलग-अलग देशों में पाया गया था. 8 दिसंबर के सीडीसी बयान से नवीनतम अपडेट, JN.1 में संयुक्त राज्य अमेरिका में अनुमानित 15-29% शामिल है. यह संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ने वाला वेरिएंट है. 


JN. का नया वेरिएंट केरल में मिला है


JN.1 वैरिएंट का पहला मामला इंडिया के केरल में मिला है. इस नए वैरिएंट JN.1 को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है. JN.1 जिस तरीके से फैल रहा है इससे चलता है कि यह या तो काफी ज्यादा संक्रामक है या हम अगर इम्युनिटी मजबूत कर लेते हैं तो इससे बचा जा सकता है. इंडिया टीवी में छपी खबर के मुताबिक  पिछले स्ट्रेन BA.2.86 और JN.1 के बीच विशेष रूप से स्पाइक प्रोटीन में एक मामूली बदलाव है और इसलिए टीके जो BA पर काम करते हैं. .2.86 को JN.1 पर भी काम करना चाहिए. यह अवलोकन जनता के लिए नए वैरिएंट JN.1 को समझने और घबराने के लिए एक बड़ी राहत है. कोरोना की वजह से दुनियाभर में सांस संबंधी बीमारियों की संख्या में वृद्धि हुई है. इसमें कोविड-19, फ्लू, राइनोवायरस, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और अन्य SARS-CoV-2  शामिल हैं. 


जानें इसके लक्षण


 जेएन.1 वेरिएंट बाकी को कोरोना से अलग हैं क्या?


COVID-19 के बहुत सारे वेरिएंट हैं लेकिन इसके लक्षण सामान्य है. 


सबसे गंभीर बात यह है कि कोविड इंसान के इम्युनिटी पर हमला करती है. 


बचाव


SARS-CoV 2 के लिए वैक्सीन का टीका जरूर लगवाएं


सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें


 इन्फ्लूएंजा का वैक्सीन लें


फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सर्दी से बचाव के उपाय अवश्य करें.


कोविड के न्यू वेरिएंट के लक्षण


सांस संबंधी परेशानियां


हल्का बुखार


खांसी


नाक बंद


गले में खराश


नाक बहना


सिर दर्द


पेट में गड़बड़ी


दस्त


कोविड के नए वेरिएंट से कैसे बचें


इस वेरिएंट में भी वैक्सीन काम आ सकती है. बस याद रखें कि जो वैक्सीन वायरस के स्पाइक प्रोटीन को टारगेट करती हैं, वे JN.1 और BA.2.86 के खिलाफ भी असरदार साबित होनी चाहिए.


बाहर निकलने से पहले मास्‍क जरूर पहनें


सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें


समय समय पर हाथ धोएं


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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