एक्सप्लोरर

Covid-19 के 7 ऐसे लक्षण जिन्हें आप कॉमन फ्लू समझकर हल्के में न लें, नहीं तो पहुंच जाएंगे हॉस्पिटल

पूरे देश में कोरोना, कॉमन फ्लू और इन्फ्लूएंजा ने हरकंप मचाकर रखा हुआ है. इन सब के लक्षण तो काफी ज्यादा सामान्य हैं. लेकिन अगर ध्यान दें तो कोविड के लक्षण कॉमन फ्लू और इंफ्लूएंजा से काफी ज्यादा अलग हैं.

पूरे देश में एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना के बाद इन्फ्लूएंजा और कॉमन फ्लू ने भी लोगों के बीच हरकंप मचा कर रखा हुआ है. इस साल कोरोना के बाद इनफ्लूएंजा ऐसी बीमारी है जो लोगों को अपने गिरफ्त में ले रही है. ऐसे में सबसे जरूरी है कि आप दोनों बीमारियों को गंभीरता से लें और इसके लक्षणों को पहचानें. इन दोनों बीमारियों का वक्त रहते इलाज करवाना बेहद जरूरी है. दोनों में एक चीज बेहदद कॉमन है. वह यह है कि कोविड-19 और इनफ्लूएंजा H3N2 दोनों में सांस लेने में तकलीफ होना  इनफ्लूएंजा में काफी ज्यादा खांसी होती है.  दोनों बीमारियों के लक्षणों को देखा जाए तो सामान ही दिखते हैं. लेकिन दोनों के छोटे-छोटे लक्षण ही एक दूसरे से अलग बनाती है. 

कोविड -19 और कॉमन फ्लू में सामान्य लक्षण

कोविड-19 और इन्फलूएंजा में बुखार, ठंड लगना, शरीर में दर्द, सिरदर्द और थकान आम हैं. गले में खुजली के कारण सूजन हो जाती है जिसके बाद सूखी गंभीर खांसी और बहती या भरी हुई नाक फ्लू के मुख्य लक्षण है. कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन में सांस फूलना हो सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें अस्थमा बीमारी है. खांसी आमतौर पर सूखी हो सकती है. वहीं खांसी H3N2 और लंबे समय तक कोविड-19 दोनों में लंबे समय तक हो सकती है. अन्य लक्षणों जैसे मतली, उल्टी और दस्त और सांस लेने की नली में इंफेक्शन हो सकता है. अगर यह दोनों बीमारी किसी व्यक्ति को हो औपर उस व्यक्ति को पहले से ही  ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या दूसरी गंभीर बीमारी है तो उनकी हालत बिगड़ सकती है. वैसे लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट और ऑक्सीजन की सहायता पड़ सकती है. 

कॉमन फ्लू और कोरोनावायरस में असमानता

हालांकि, इन्फ्लूएंजा वायरस (H3N2 सहित) और कोविड-19 के कारण होने वाली बीमारी के बीच कई छोटे अंतर हैं जो डॉक्टर टेस्ट करके आसानी से पकड़ लेते हैं. कोविड-19 संक्रमण युवा वयस्कों और वृद्ध व्यक्तियों में अधिक आम है, जबकि इन्फ्लूएंजा 8 वर्ष से कम और 65 वर्ष से अधिक आयु वालों लोगों को जल्दी अपने गिरफ्त में लेती है. 
इन्फ्लूएंजा के लक्षणों की शुरुआत 1-4 दिनों के अंदर हो जाती है. जबकि कोविड-1 के लक्षणों को दिखने में 2-14 दिन का समय लग सकता है. जब तक आपको पता चलेगा कोविड-19 हुआ है तब तक पता नहीं यह कितने लोगों को बीमार कर चुका होगा. 

कॉमन फ्लू के लक्षण:-

बुखार

कफ

गले में दर्द

बहते हुए नाक

शरीर में दर्द

सिर में दर्द

थकावट

H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण:-

अगर कोई व्यक्ति इंफ्लूएंजा से संक्रेमित हो गया तो उस तेज और लगातार खांसी होगी. इतनी खांसी होती है कि व्यक्ति थक जाता है. वहीं कोविड-19 के मरीज को खांसी उतनी ज्यादा परेशान नहीं करती है. जब कोई व्यक्ति कोविड से ज्यादा दिनों तक बीमार है तो उसे खांसी परेशान कर सकती है. इन्फ्लुएंजा कोविड -19 की तुलना में निम्न श्रेणी का बुखार (99-101o F के बीच) होता है.

फ्लू की तुलना में कोविड-19 में थकान ज्यादा होती है. कोविड-19 में स्मेल या टेस्ट एकदम गायब हो जाता है, जबकि इन्फ्लुएंजा ऐसा नहीं होता है. इनफ्लूएंजा में भी दस्त, मतली और उल्टी होती है. दोनों बीमारियों में सांस लेने में शिकायत जरूर होती है. लेकिन कोविड 19 मौत का कारण भी बन सकता है. 

कोविड 19 के लक्षण:-

गले में दर्द

नाक बहना

उल्टी

पेट खराब होना

सांस लेने में तकलीफ

पेट में दिक्कत

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें: बुखार होने पर भूलकर भी ना खाएं ये 5 चीजें नहीं तो बॉडी टेंपरेचर घटने की जगह उल्टा बढ़ जाएगा

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

मायावती के 'आर्मस्ट्रॉन्ग' को सरेआम गुंडों ने घेरा और मार डाला, BSP प्रदेश अध्यक्ष की घर के बाहर ही कर दी हत्या
मायावती के 'आर्मस्ट्रॉन्ग' को सरेआम गुंडों ने घेरा और मार डाला, BSP प्रदेश अध्यक्ष की घर के बाहर ही कर दी हत्या
ऋषि सुनक की विदाई के बाद भी क्या भारत के साथ ब्रिटेन का वैसा ही रहेगा संबंध? कीर स्टारमर ने दिए संकेत
ऋषि सुनक की विदाई के बाद भी क्या भारत के साथ ब्रिटेन का वैसा ही रहेगा संबंध? कीर स्टारमर ने दिए संकेत
पाकिस्तान में बैन हुआ पूरा सोशल मीडिया, जानें अब वहां क्यों नहीं चलेगा यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और टिकटॉक!
पाकिस्तान में बैन हुआ यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और टिकटॉक! जानें इसकी वजह
टीकमगढ़ जिले के ग्राम छिपरी का नाम अब होगा 'मातृधाम', CM मोहन यादव ने किया ऐलान
टीकमगढ़ जिले के ग्राम छिपरी का नाम अब होगा 'मातृधाम', CM मोहन यादव ने किया ऐलान
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Sandeep Chaudhary: 'हर पार्टी और नेता इसमें जिम्मेादार हैं, सभी को इनमें वोट दिखाई देते हैं'Sandeep Chaudhary: SBSP प्रवक्ता ने लिया हादसे के जिम्मेदार का नाम, चौंक गए संदीप चौधरी | ABP NewsSandeep Chaudhary: बाबाओं का समर्थन राजनीतिक दलों की मजबूरी? देखिए कांग्रेस प्रवक्ता का जवाबSandeep Chaudhary: हाथरस हादसे पर संदीप चौधरी और बीजेपी प्रवक्ता अश्विनी शाही के बीच हुई तीखी बहस

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
मायावती के 'आर्मस्ट्रॉन्ग' को सरेआम गुंडों ने घेरा और मार डाला, BSP प्रदेश अध्यक्ष की घर के बाहर ही कर दी हत्या
मायावती के 'आर्मस्ट्रॉन्ग' को सरेआम गुंडों ने घेरा और मार डाला, BSP प्रदेश अध्यक्ष की घर के बाहर ही कर दी हत्या
ऋषि सुनक की विदाई के बाद भी क्या भारत के साथ ब्रिटेन का वैसा ही रहेगा संबंध? कीर स्टारमर ने दिए संकेत
ऋषि सुनक की विदाई के बाद भी क्या भारत के साथ ब्रिटेन का वैसा ही रहेगा संबंध? कीर स्टारमर ने दिए संकेत
पाकिस्तान में बैन हुआ पूरा सोशल मीडिया, जानें अब वहां क्यों नहीं चलेगा यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और टिकटॉक!
पाकिस्तान में बैन हुआ यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और टिकटॉक! जानें इसकी वजह
टीकमगढ़ जिले के ग्राम छिपरी का नाम अब होगा 'मातृधाम', CM मोहन यादव ने किया ऐलान
टीकमगढ़ जिले के ग्राम छिपरी का नाम अब होगा 'मातृधाम', CM मोहन यादव ने किया ऐलान
Airtel vs Hackers: क्या खतरे में है 37 करोड़ यूज़र्स का निजी डाटा? कंपनी ने हैकर्स को दिया करारा जवाब
क्या खतरे में है Airtel के 37 करोड़ भारतीय यूज़र्स का निजी डाटा? कंपनी ने हैकर्स को दिया करारा जवाब
राम भक्तों के लिए खुशखबरी, अब श्रद्धालु मंदिर में रामलला के साथ ले सकेंगे सेल्फी
राम भक्तों के लिए खुशखबरी, अब श्रद्धालु मंदिर में रामलला के साथ ले सकेंगे सेल्फी
विधायक बनने के बाद 1 महीने की देरी, 7 दिन का धरना तब जाकर एमएलए बनी ये एक्ट्रेस
विधायक बनने के बाद 1 महीने की देरी, 7 दिन का धरना तब जाकर एमएलए बनी ये एक्ट्रेस
धर्मेंद्र के खानदान में फ्लॉप है ये एक्टर फिर भी हर महीने होती है 2 करोड़ की कमाई, जानें क्या है सोर्स ऑफ इनकम का जरिया
धर्मेंद्र के खानदान में फ्लॉप है ये एक्टर फिर भी हर महीने होती है 2 करोड़ की कमाई, जानें कैसे
Embed widget