कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. दुनिभार के वैज्ञानिक इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए वैक्सीन ढूंढने में जुटे हुए हैं. ऐसे में इस बीमारी को लेकर लोगों के बीच काफी डर और घबराहट का माहौल है. कोरोना संकट काल में कई मिथक इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं. जिनमे से कुछ हैं कि कोविड-19 एक बैक्टिरिया की वजह से होता है या एल्कोहल का सेवन करने से कोरोनावायरस का अंत हो जाता है. इसके अलावा एक और मिथक है कि लहसुन खाने से कोविड 19 के इलाज में मदद मिलती है. वहीं WHO के Dr. Sylvie Briand ने अपने लेटेस्ट IGTV पर इनमे से कुछ मिथकों का खुलासा किया है.
सही जानकारी होना बेहद जरूरी
यह महामारी जितनी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी उससे कहीं ज्यादा लंबे समय तक हमारे साथ रहेगी. इसलिए इसके बारे में सही जानकारी होना बेहत जरूरी है. कोरोनावायरस और कोविड-19 से जुड़े कुछ कॉमन मिथ के बारे मे पढ़ते रहना चाहिए लेकिन इन पर विश्वास करना बंद कर देना चाहिए.
1-गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला मिथक है- कोविड-19 एक बैक्टिरिया की वजह से होता है और एंटीबायोटिक्स की मदद से ठीक भी किया जा सकता है.
इस पर Department of Global Infectious Hazard Preparedness के डायरेक्टर Dr. Briand का कहना है कि, सच्चाई यह है कि कोविड 19 एक वायरस की वजह से होता है और कई बार यह साबित भी हो चुका है. वायरस को दुनियाभर की कई लेबोरेटरिज में आइसोलेट भी किया जा रहा है. हमारे पास वायरस का आनुवांशिक अनुक्रम डेटा भी है. इसलिए, यह बैक्टीरिया नहीं है. यही कारण है कि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग करने से COVID -19 के इलाज में जरा भी मदद नहीं मिलती है. हालांकि अस्पतालों में भर्ती कुछ मरीजों को एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती है लेकिन ये कोविड -19 के इलाज के लिए नहीं बल्कि उन्हे ये दूसरे बैक्टीरिया की वजह से हुए सुपरइंफेक्शन को रोकने के लिए दी जाती है.
2- दूसरा मिथक-एल्कोहल, शरीर को सैनिटाइज करती है और यह कोरोनावायरस को मार सकती है
Dr. Briand का कहना है कि इस बात में जरा भी सच्चाई नही है कि एल्कोहल के सेवन से कोविड-19 इंफेक्शन ठीक हो सकता है या यह शरीर को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचाती है. हम जिस शराब को पीते हैं, उसके प्रति वायरस संवेदनशील नहीं होता है. लोग भ्रमित हो सकते हैं क्योंकि हाइड्रोलासिक जेल का उपयोग हाथ धोने और साफ करने के लिए किया जाता है. लेकिन, जो शराब हाइड्रोक्लोरिक जेल में होती है, वह बहुत ज्यादा concentrated होती है. किसी को भी एल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके बहुत ज्यादा दुष्प्रभाव होते हैं.
3- तीसरा मिथक है कि लहसुन का सेवल COVID-19 से बचाता है
अभी तक कोई सबूत नहीं है कि लहसुन का इस्तेमाल कोविड-19 बीमारी के इलाज के रूप में किया जा सकता है. Dr. Briand कहते हैं कि लहसुन का अधिक मात्रा में उपयोग करना (यह सोचकर कि यह COVID-19 का इलाज करेगा) स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. वह कहते हैं, हाथों को धोना, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना और शारीरिक गड़बड़ी को दूर करना बेहतर उपाय हैं.
बता दें कि कुछ महीने पहले आई COVID-19 बीमारी ने पूरी दुनिया में कहर बरपाकर रखा हुआ है. इस वायरस के बारे में अधिक जानने के लिए अभी भी अध्ययन किए जा रहे हैं. किसी भी परिणाम की घोषणा करने से पहले, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी अध्ययन एक निष्कर्ष दिखाती हों.
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