पूरी दुनिया में लोग कोरोना वायरस से परेशान हैं. भारत में भले ही कोरोना के केसों में कमी आ रही हो लेकिन कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों के मन में डर है. जिस तरह से कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को प्रभावित किया है लोगों को मन में अब इस बीमारी को लेकर दहशत है. कोरोना में बहुत सारे लोगों ने अपनों को खोया है. हालांकि, काफी लोग कोरोना वायरस को मात देकर घर भी लौटे हैं. लेकिन जो लोग ठीक हुए हैं उनमें कई तरह की मानसिक परेशानियां देखने को मिल रही हैं. कई रिपोर्ट्स और सर्वे में इस बात खुलासा हुआ है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को याददाश्त से जुड़ी परेशानी हो रही है. कोरोना दिमाग पर अटैक कर रहा है. जो लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं उनमें से बहुत सारे लोग दिमागी गफलत से जूझ रहे हैं. इनमें ज्यादातर बुजुर्ग लोग हैं, जो गंभीर संक्रमण की वजह से आईसीयू में एडमिट रहे हैं. जानते हैं कोराना के बाद क्यों हो रही है याददाश्त से जड़ी परेशानी और इससे कैसे बचा जा सकता है.
कोरोना के बाद याददाश्त संबंधी दिक्कत?
डॉक्टर्स का मानना है कि सार्स-कोव-2 वायरस फेफड़ों पर हमला करता है, जिससे शरीर में भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है. ऑक्सीजन की कमी होने पर मरीज के मस्तिष्क में भी ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है. ऐसी स्थिति में याददाश्त भी प्रभावित होती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आने के करीब 1 महीने बाद तक याददाश्त से जुड़ी दिक्कतें सामने आ रही हैं.
ये भी पढ़ें: वजन घटाने के लिए पीते हैं स्मूदी, तो इन बातों का रखें ख्याल
याददाश्त से जुड़ी समस्या होने पर इन बातों का ध्यान रखें
1- योग और अध्यात्म के लिए समय निकालें और ध्यान करें.
2- रात में समय पर सोने की कोशिश करें और 8 से 9 घंटे की नींद जरूर लें.
3- आपको नकारात्मक बातों से दूर रहना है. साथ ही डर और अफवाह फैलाने वाले लोगों से भी दूरी बना कर रखें.
4- ऐसी डाइट लें जिसमें प्रोटीन, मिनरल, विटामिन और पौष्टिक तत्व शामिल हों.
5-सिगरेट और शराब से दूरी बना कर रखें. इनका सेवन न करें तो बेहतर होगा.
6- अपनी पसंद के काम करें और खुश रहने की कोशिश करें
7- तनाव को दूर करने की कोशिश करें.
8- अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनें और किताब पढ़ें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: काढ़ा, विटामिन के ज्यादा इस्तेमाल से बढ़े एनल फिशर के मामले-डॉक्टर