Coronavirus: लौट आया है 'कोरोना'! अगर बरती ये लापरवाही तो भुगतना पड़ेगा गंभीर खामियाजा
बूस्टर डोज़ को एंटीबॉडी को कवर करने के लिए बनाया गया था. ये लेना इसलिए जरूरी है क्योंकि एंटीबॉडी तीन महीने के बाद कम होने लगती है.

Coronavirus: दुनियाभर में कोरोना माहामारी ने तेजी से कहर बरपाना शुरू कर दिया है. चीन और अमेरिका सहित कई देश एक बार फिर इस भयानक बीमारी की चपेट में आ गए हैं. इसको लेकर भारत में भी चिंता बढ़ गई है. हालांकि अभी यहां के हालात फिलहाल स्थिर है, लेकिन गंभीरता से एहतियात बरतने की जरूरत है. क्योंकि एक गलती भी इस समय भारी पड़ सकती है. ओमिक्रॉन के BF.7 और XBB.1.5 वेरिएंट इन दिनों चिंता के सबब बने हुए हैं. ऐसे में भारत सरकार और डॉक्टर भी नागरिकों को कोरोना की बूस्टर डोज़ लेने की सलाह दे रहे हैं. बूस्टर डोज़ को एंटीबॉडी को कवर करने के लिए बनाया गया था. ये लेना इसलिए जरूरी है क्योंकि एंटीबॉडी तीन महीने के बाद कम होने लगती है, खासकर उन लोगों में जिन्हें 6 महीने पहले वैक्सीन लगाई गई थी. 6 महीने की अवधि बीतने के बाद एंटीबॉडी का स्तर कम हो जाता है.
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुग्राम के पारस हॉस्पिटल्स में डॉ. अरुणेश कुमार कहते हैं कि कोरोना वैक्सीन की एक और डोज़ लेना जरूरी है, क्योंकि यह आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करती है. इम्यूनिटी अच्छी रहेगी तो शरीर को कोरोना संक्रमण से होने वाली तमाम परेशानियों से लड़ने में मदद मिलेगी. वैक्सीन लेने से शरीर पर संक्रमण के पड़ने वाले प्रभाव भी कम हो जाते हैं. कोविड-19 से संक्रमित 40 प्रतिशत लोगों को एसिम्पटोमेटिक माना जाता है. उन्हें संक्रमण होता है, लेकिन उनमें संक्रमण के लक्षण बिल्कुल दिखाई नहीं देते. यानी कि ऐसे लोगों के संपर्क में आने पर स्वस्थ लोग भी संक्रमित हो सकते हैं.
किस बात का रखना चाहिए ध्यान?
कोविड संक्रमण और उसके प्रभाव से बचने के लिए हर किसी को कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करना चाहिए. भले ही आप स्वस्थ हों, लेकिन फिर भी किसी से मेल-जोल करते वक्त दूरी बनाएं रखें.क्योंकि सावधानी ही बचाव है. मास्क का निरंतर इस्तेमाल करते रहें. सभी कोरोना प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन करें. डॉ. कुमार ने लोगों की सावधानी के लिए कुछ 'प्रिकॉशन मेजर्स' भी साझा किए हैं, जैसे-
1. अगर पॉसिबल हो तो अपने घर में ही रहें और लोगों से शारीरिक मेलजोल कम करें. ऐसे लोगों से भी दूरी बनाकर रखें जो बीमार हैं. इसके अलावा, फैमिली में अगर कोई बीमार है तो भी दूरी बनाए रखने की कोशिश करें. अगर आप किसी बीमार शख्स की देखभाल कर रहे हैं तो मास्क पहनकर करें. और यह भी सुनिश्चित करें कि मास्क संक्रमण को रोकने में कारगर हो. अपनी सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही करने से बचें.
2. अगर आपने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाई है या फुली वैक्सीनेशन नहीं कराया है तो पब्लिक प्लेस पर अन्य लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी जरूर बनाए रखें. क्योंकि अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको कोविड के गंभीर परिमाम झेलने पड़ सकते हैं.
3. संक्रमण को लेकर किसी तरह की अफवाहें या डर फैलान से बचें. क्योंकि इसकी वजह से कई नुकसान हो सकते हैं. अगर आपका बच्चा या परिवार में कोई बीमार है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, खुद दवाई न दें ना ही ऐसी दवा का इस्तेमाल करें, जिसकी आपको जरूरत ही नहीं है.
4. अभी ऐसे कई मरीज देखे जा सकते हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण के एक भी लक्षण नहीं दिख रहे या दिख भी रहे हैं तो बहुत कम. ऐसे में कोविड नियमों का पालन करते हुए अच्छा और संतुलित भोजन करें. उचित नींद लें और रोजाना व्यायाम करें. क्योंकि ये आपके स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए फायदेमंद है.
5. माता-पिता को अपने बच्चों में हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए, खासकर जब वो किसी को छू रहे हों. पब्लिक प्लेसेस पर मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से भी बचें. इन उपायों को करने से आप सुरक्षित बने रह सकते हैं.
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