भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य व्यवस्था को मुश्किलों में लाकर खड़ा कर दिया है. स्थिति ये है कि बहुत सारे अस्पताल और मेडिकल सुविधाओं को बेड और जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. ऐसे हालात में जरूरी है कि हम घर पर हल्के कोविड-19 संक्रमण का इलाज करना सीखें, जिससे अस्पताल में कोरोना वायरस के गंभीर मरीज इलाज कराने को सक्षम हो सकें. फ्लू या सामान्य जुकाम की तरह उचित उपायों के साथ कोविड-19 के हल्के लक्षण का घर पर इलाज किया जा सकता है. आपको सिर्फ करना ये है कि अपने लक्षणों की मॉनिटरिंग करें और घर पर ही दवाइयों और इलाज की मदद से उसे नियंत्रित करें.
कोविड-19 के सबसे आम लक्षण
कोरोना वायरस ने विविध और अलग-अलग तरह के लक्षण साथ में लाया है. हालांकि, लक्षणों की लिस्ट के बढ़ने और विस्तार होने का सिलसिला जारी है, लेकिन सबसे आम लक्षण वही हैं. इसलिए, अस्पताल जाने से पहले जरूरी है कि कोविड-19 लक्षण की पहचान करें और फिर कोरोना वायरस की जांच कराएं. आपको कोविड-19 के सबसे आम कुछ लक्षणों पर निगाह रखने की जरूरत होगी. बुखार, सूखी खांसी, छाती दर्द और सांस की तकलीफ, थकान, स्वाद और गंध का नुकसान, गले की खराश, बहती और भरी हुई नाक और पेट में संक्रमण से आप पता चला सकते हैं.
एसिम्पटोमैटिक होने की सूरत में क्या करें?
अगर आप कोरोना पॉजिटिव शख्स के संपर्क में आए हैं, लेकिन बीमारी से जुड़े कोई लक्षण नहीं है, ऐसी स्थिति में सबसे अच्छा है कि खुद की जांच करवाएं. हो सकता है आपको कोई लक्षण दिखाई न दे, लेकिन आप अभी भी संक्रमण के वाहक हो सकते हैं और दूसरे लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल सकते हैं. अगर आप कोरोना की जांच में पॉजिटिव पाए जाते हैं, तब खुद को दूसरों से आइसोलेट कर लें और अपनी रिपोर्ट के निगेटिव आने तक किसी के भी संपर्क में न आएं.
क्या कोविड-19 का इलाज घर पर किया जा सकता है?
कोविड-19 के हल्के लक्षण में मेडिकल उपचार की जरूरत नहीं होती है और घर पर इलाज किया जा सकता है. एक बार आपको कोरोना वायरस संक्रमण के संकेत देख लें, तब खुद को कम से कम एक सप्ताह के लिए आइसोलेट जरूर कर लेना चाहिए और अपने लक्षणों की मॉनिटरिंग जारी रखनी चाहिए. गंभीर संक्रमण या जोखिम का ज्यादा खतरा वाले लोगों में बुजुर्ग और चिह्नित बीमारी वाले लोग शामिल हैं.
कोविड-19 के लिए घर पर इलाज
ज्यादातर लोग जो कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें या तो हल्का लक्षण का सामना होता है या एसिम्पटोमैटिक यानी बिना लक्षण वाले होते हैं, जिसका घर पर इलाज किया जा सकता है. इलाज का उद्देश्य होता है संक्रमण से होनेवाले दर्द से राहत. संक्रमण के दौरान हाइड्रेटेड रहना सबसे महत्वपूर्ण है. उसके अलावा, आपको ऐसे समय में आराम करना चाहिए. निर्धारित दर्द निवारक आपके लक्षणों को आसान कर सकते हैं.
लेकिन, डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवा का इस्तेमाल न करें और घबराएं नहीं. हालांकि, कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि क्या इम्यूनिटी बढ़ानेवाली जड़ी बूटी या प्राकृतिक उपचार कोविड-19 का इलाज कर सकती है या नहीं, ऐसे में आवश्यक है कि पोषण से भरपूर भोजन और एंटी ऑक्सीडेंट्स में समृद्ध तरल पदार्थ का इस्तेमाल करें. ये जानकर कि आप कोरोना पॉजिटिव हैं, लापरवाह न बनें. खुद को आइसोलेट करने के बाद अपने आसपास की जगह को सैनेटाइज करें. दूसरों के साथ संपर्क में आने से परहेज करें और आम जगह या घरेलू बर्तन को साझा न करें. हर वक्त मास्क पहनें और बार-बार हाथ साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड के लिए धोएं.
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