Corona Vaccine Effect On Omicron: पूरी दुनिया में अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का खतरा बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों को इस बात की फिक्र है कि क्या कोरोना की वैक्सीन नए वेरिएंट पर असरदार होगी या नहीं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओमिक्रोन वैरिएंट पर कोरोना की वैक्सीन बेअसर हो सकती है. ऐसे में वैक्सीन कंपनियां वैक्सीन में कुछ बदलाव कर रही हैं और बूस्टर डोज की तैयारी कर रही हैं. जानते हैं क्या कहती हैं स्टडीज?


ओमिक्रॉन पर वैक्सीन होगी असरदार?


1- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च में कहा गया है ओमिक्रॉन के खिलाफ फाइजर और मॉडर्ना कंपनी के वैक्सीन ज्यादा असरदार साबित नहीं हो रहे हैं.


2- इन कंपनियों के वैक्सीन की दूसरी डोज ले चुके लोगों का एंटीबॉडी लेवल चेक किया, तो लेवल काफी कम पाया गया जो वायरस को रोकने में कारगर नहीं है.


3-फुली वैक्सीनेटेड लोगों में भी ब्रेकथ्रू इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाएगा, जिससे ओमिक्रोन के केस बढ़ सकते हैं. हालांकि ऐसे लोगों में कितने गंभीर लक्षण होंगे ये नहीं कहा जा सकता.


4-अभी हाल में ब्रिटेन की हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी ने भी ओमिक्रॉन को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें पाया गया है कि जो लोग वैक्सीन के दो डोज ले चुके हैं उन पर भी ओमिक्रोन का असर हो रहा है. 


5-सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने अमेरिका में पाए गए ओमिक्रॉन के केसेज को एनालाइज किया है. इसमें पाया गया है कि ओमिक्रॉन पर वैक्सीन की इफेक्टिवनेस कम हुई है.


क्या बूस्टर डोज होगी इफेक्टिव ?


1- UK हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने एक रिसर्च में कहा है कि मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने के बाद 70 से 75% इम्यूनिटी प्रोवाइड हो रही है. 


2- इजराइल के शेबा मेडिकल सेंटर और सेंट्रल वायरोलॉजी लैबोरेटरी ने भी कोरोना के बूस्टर डोज की इफेक्टिवनेस को लेकर स्टडी की थी, जिसमें पाया गया है कि जिन लोगों ने 1 महीने पहले बूस्टर डोज ली थी उन पर ओमिक्रोन का असर कम है. वहीं जिन लोगों ने 5-6 महीने पहले वैक्सीन की दूसरी डोज ली थी उनके अंदर एंटीबॉडीज कम हैं.


3- फाइजर और मॉडर्ना कंपनी ने भी अपनी स्टडी में कहा कि उनके वैक्सीन की बूस्टर डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ ज्यादा इफेक्टिव है.


4- इजराइल में बूस्टर डोज की इफेक्टिवनेस को लेकर एक रिसर्च किया गया था जिसमें पाया गया है कि वैक्सीन का बूस्टर कोरोना के गंभीर लक्षणों को रोकने में 93% कारगर है.


5- इंग्लैंड में फाइजर वैक्सीन की इफेक्टिवनेस को लेकर भी कहा गया है कि वैक्सीन के 5 महीने बाद एंटीबॉडीज में 70% की कमी पाई गई है वहीं दूसरी डोज के 2 हफ्ते बाद इफेक्ट 90% कारगर है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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