Corona Virus Updates: कोरोना वायरस जब कोविड-19 के रूप में दुनिया में आया तो इसने पूरी मानव जाति में दहशत घोल दी. हालांकि कोरोना वायरस (Corona) हम सभी लोगों के शरीर में पहले से मौजूद है और कई फ्लू (Flu) तथा कोल्ड (Cold) भी इसके कारण ही होते हैं. लेकिन कोविड-19 (Covid-19) के रूप में इसका जो नया वैरिएंट आया वो बहुत घातक साबित हुआ. इसके बाद दूसरी वेव और फिर तीसरी लहर के दौरान लोग बड़ी संख्या में अस्पतालों में भर्ती हुए. दुनियाभर में लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई. 


हालांकि कोविड संक्रमण (Covid Infection) के दौरान कुछ लोग ऐसे भी रहे, जिन पर तीनों में से किसी भी वेव के दौरान कोरोना का असर नहीं हुआ. कोरोना से सुरक्षित रहने वाले लोगों में ऐसे लोगों की भी बड़ी संख्या है, जो हेल्थ सेक्टर से जुड़े हैं और कोविड संक्रमण के पीक के दौरान कोरोना मरीजों की देखभाल कर रहे थे. अब हेल्थ सायंटिस्ट्स इन लोगों पर एक बड़ी रिसर्च कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य यह जानना है कि आखिर इन लोगों के शरीर में ऐसा क्या खास है जो कोविड मरीजों के बीच रहकर भी ये संक्रमण से बचे रहे.


न्यू यॉर्क की रॉकफेलर यूनिवर्सिटी (Rockefeller University, New York) में चल रही इस रिसर्च को एंड्रस स्पान लीड कर रहे हैं. एंड्रस एक माइक्रोबायॉलजिस्ट हैं और इन्होंने अपनी रिसर्च के लिए हजारों लोगों में से खास 700 लोगों को चुना है. साथ ही 5 हजार लोगों पर अलग से जांच की जा रही है, जिन्हें कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ है. इन लोगों पर एंटीबॉडीज और इंफेक्शन से जुड़े टेस्ट लगातार किए गए हैं.


पिछले दिनों वॉशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों को कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ है, उन पर चल रही जांच से इस बीमारी के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है. क्योंकि जिन लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका है, उन पर हुई जांच रिपोर्ट्स में यह बात साफ हो गई है कि संक्रमण की चपेट में आए लोगों के शरीर में अनुवांशिक रूप से कुछ ऐसे एलिमेंट्स मौजूद थे, जिनके साथ बॉन्ड बनाकर वायरस ने संक्रमण को फैलाया.


ऐसे में जो लोग संक्रमित नहीं हुए, उनकी गहन जांच के बाद इस बात का पता लगाया जा सकता है कि आखिर इनके शरीर में ऐसे कौन-से अनुवांशिक तत्व मौजूद हैं, जिनके चलते कोरोना वायरस का संक्रमण इन पर असर नहीं कर पाया. क्योंकि अलग-अलग बीमारियों पर की गई कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि एचआईवी, टीबी और फ्लू जैसे संचारी रोगों के प्रति कुछ लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) और कुछ अनुवांशिक तत्वों (Certain Genetic Variants) के बीच एक खास बॉन्ड (Association) होता है, जो इन लोगों को इन रोगों के संक्रमण से सुरक्षित रखने का काम करता है. अब कोरोना पर हो रही जांच में यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या ऐसा कोई बॉन्ड कोविड-19 के लिए भी मौजूद हो सकता है.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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