Covid-19: मोटे लोगों को कोरोना से है खतरा, गंभीर हो सकती है स्थिति, तुरंत घटाएं अपना वजन
कोरोना से खुद को बचाने के लिए आपका फिट रहना बहुत जरूरी है. डॉक्टर्स का कहना है कि मोटे लोगों में कोरोना से मौत का खतरा ज्यादा है ऐसे लोगों की रिकवरी में भी देरी होती है. बेहतर होगा आप खुद को फिट रखें.
पूरे देश में कोरोना महामारी का प्रकोप है. गांव से लेकर शहर हर जगह लाखों लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में उन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं. वहीं अगर आप मोटापे के शिकार हैं तो आपको कोरोना से ज्यादा खतरा हो सकता है. डॉक्टर्स का कहना है कि कोविड संक्रमित मरीज करीब दो हफ्ते में ठीक हो रहे हैं. लेकिन अगर आप मोटापा से ग्रसित हैं या आपको पहले से कोई परेशानी है, तो आपको इलाज और रिकवरी में ज्यादा मुश्किल हो सकती है. ओबेसिटी वाले लोगों को कोरोना से ठीक होने में भी ज्यादा समय लग रहा है. इसके अलावा मोटे लोगों को ऑक्सीजन की कमी होने पर उन्हें हायर वेंटिलेशन प्रेशर की जरूर पड़ती है. ऐसे में मोटे लोगों का इलाज एक बड़ी चुनौती है. कोरोना काल में ऐसे लोगों को दूसरों से ज्यादा परेशानी हो रही है.
मोटे लोगों को कोरोना को ज्यादा खतरा
1 डॉक्टर्स का कहना है कि जो लोग मोटापे से ग्रसित हैं या जिनके पेट पर ज्यादा चर्बी है उन्हें पतले लोगों के मुकाबले कोविड से ठीक होने में ज्यादा वक्त लग रहा है.
2 मोटापे के शिकार लोगों में ऐब्डमन प्रेशर की वजह से फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है.
3 मोटापे की वजह से फेफड़े सिकुड़े हुए रहते हैं और फेफड़ों का काम करना मुश्किल हो जाता है.
4 कोरोना काल में मोटे मरीजों को दूसरों के मुकाबले वेंटिलेटर की जरूरत अधिक पड़ती है.
5 अगर शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है तो मोटे लोगों के लिए प्रोन पोजिशन भी संभव नहीं हो पाती है.
6 जो लोग मोटापे से ग्रसित हैं उन्हें कोरोना के रिकवरी में भी वक्त लगता है.
7 कोविड के मोटे मरीजों को हायर वेंटीलेटर प्रेशर की जरूरत पड़ती है.
8 मोटापे की वजह से इम्यूनिटी स्लीप एपनिया भी ऐसे लोगों के बीच ऑक्सीजन सैचुरेशन स्तर को कम रखती है.
9 अगर आपके शरीर में फैट है तो इसकी वजह से सूजन जैसे मार्क जल्दी बनते हैं.
10 मोटे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में कोरोना वायरस इन पर जल्द अटैक कर सकता है.
मोटे लोगों को तीसरी लहर में है ज्यादा खतरा
डॉक्टरों का कहना है कि कोविड-19 की पहली लहर में मोटापा इतना बड़ा फैक्टर नहीं था. लेकिन पिछले लंबे समय से कुछ लोग घर से ही काम कर रहे हैं ऐसे में कई लोगों का वजन बढ़ गया है. अब इन लोगों को भी संक्रमित होने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. वहीं दूसरी लहर में ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा आ रही है जो किसी बीमारी से ग्रसित हैं या मोटापे के शिकार हैं. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने लोगों को आगाह किया है कि अगर अभी भी अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं दिया तो आप खुद को गंभीर कोविड के खतरे मे डाल रहे हैं. अगर आपको इस खतरे से खुद को बचाना है तो आपको खुद को फिट रखना पड़ेगा. ऐसे में आपको अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखने की जरूरत है. अगर कोरोना की तीसरी लहर आई तो आपको खुद को तैयरा रखने की जरूरत है. इसके लिए आपको फिटनेस के लिए हर रोज 1 से 2 घंटे जरूर निकालने की जरूरत है.
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