Corona After Effects: कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमित लोगों की संख्या काफी ज्यादा रही है, लेकिन ज्यादातर लोगों में COVID-19 के हल्के लक्षण ही सामने आ रहे हैं. ओमिक्रोन से संक्रमित लोगों को मामूली सर्दी जुकाम जैसे लक्षण ही नजर आ रहे हैं, लेकिन रिकवरी के बाद कोरोना वायरस आपके कई अंगो को भी प्रभावित कर रहा है. एक स्टडी में कहा गया है कि कोरोना से रिकवर होने के बाद भी लोगों को कई ऐसी बीमारियों हो रही हैं जो परेशान कर सकती हैं. कोरोना वायरस रिकवरी के बाद लोगों के शरीर में हानिकारक प्रभाव छोड़ रहा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों COVID-19 के हल्के लक्षण भी हुए हैं. उन्हें भी लंबे समय में कई तरह की बीमारियां झेलनी पड़ सकती हैं. 


1- मानसिक बीमारियां- कोरोना के गंभीर मरीजों को कई तरह की मानसिक बीमारियां होने का भी खतरा पैदा हो रहा है. ऐसे में लोगों को रिकवर होने के बाद अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने के जरूरत है. आपको ठीक होने के बाद समय-समय पर सभी टेस्ट करवाते रहना चाहिए.
 
2- हार्ट, किडनी की समस्या- जो लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं उनमें लंबे समय बाद हार्ट और डायबिटीज की समस्या भी सामने आ रही है. ऐसे लोगों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा किडनी को भी नुकसान हो सकता है.


3- डायबिटीज- COVID-19 से रिकवर हुए रोगियों को मधुमेह का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये वायरस अग्ना अग्नाशय जैसे महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है. जो लोग पहले से डायबिटिक हैं उनका ब्लड शुगर ऊपर नीचे हो सकता है. 


4- न्यूरोलॉजिक और साइकोलॉजिक समस्या- कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों में कई तरह की न्यूरोलॉजिकल और मनोवैज्ञानिक समस्याएं देखने को मिली हैं. खासतौर से महिलाओं में ऐसी बीमारियां होने का खतरा ज्यादा है. 


5- लॉन्ग कोविड- कई लोगों को कोरोना से ठीक होने के बाद भी लक्षण रहते हैं. रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी सिर दर्द, कफ, मायलागिया, सोचने-समझने की शक्ति कम होना जैसे लक्षण हो सकते हैं. कई बार ये 1 महीने तक या उसके बाद तक रह सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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