चीन में कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बाद अब भारत में भी संक्रमण की चौथी लहर का खतरा मंडराने लगा है. चीन में फैले कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से भारत सरकार की टेंशन बढ़ गई है. ओमिक्रॉन वेरिएंट के BF.7 और BA.5.2 ये ऐसे सब-वेरिएंट हैं, जिनकी वजह से चीन में हाहाकार मच गया है. चीन में बढ़ते कोविड संक्रमण के मामलों के चलते भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया है. देश में कोविड को लेकर टेंशन इसलिए इतनी ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि ओमिक्रॉन के बीएफ.7 स्ट्रेन के चार मामले भारत में भी सामने आ चुके हैं.
बीएफ.7 स्ट्रेन का पहला मामला गुजरात में अक्टूबर में सामने आया था. देश में अब इस सब-वेरिएंट के कुल मामले चार हो गए हैं, जो चिंता की बात है. गुजरात में BF.7 सब-वेरिएंट के 3, जबकि ओडिशा में 1 मामला सामने आया है. देश में कोरोना को लेकर अलर्ट भले ही जारी कर दिया गया हो, लेकिन अभी दहशत की कोई बात नहीं है. ओमिक्रॉन का यह नया वेरिएंट (BF.7)काफी तेजी से फैलने के लिए जाना जाता है और इसकी एक विशेषता यह भी है इसका इन्क्यूबेशन टाइम (संक्रमित होने से लेकर संक्रमण के लक्षण दिखने तक का समय) भी काफी कम है. बताया गया है कि आने वाले तीन महीनों में यह वेरिएंट चीन में 60 फीसदी लोगों को संक्रमित कर देगा. आइए जानते हैं कि भारत में कोविड की नई लहर के आने की कितनी उम्मीद है? और खतरा कितना बड़ा हो सकता है?
दुनिया में तेजी से फैल सकता है वायरस
गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा विभाग के डॉ. रवींद्र गुप्ता का कहना है कि इस वक्त दुनिया भर में यात्रा करने वाले लोगों की वजह से कोविड के पूरी दुनिया में फैलने की संभावना है. ओमिक्रॉन का BF.7 सब-वेरिएंट ही चीन में कोरोना के कहर की वजह है. यही वो स्ट्रेन है, जिसने कोरोना के मामले में पीठ थपथपाने वाले देश की कमर तोड़ दी है. यह लोगों से लोगों में तेजी से फैल रहा है. इसका इन्क्यूबेशन टाइम भी कम है. चीन के महामारी विशेषज्ञ एरिक डेंगी का दावा है कि ये वायरस अगले कुछ महीनों में पूरे चीन में लाखों लोगों की मौत की वजह बन सकता है.
चौथी वैक्सीन रोक सकती है गंभीर हालात
डॉ. गुप्ता कहते हैं कि BF.7 के लक्षण भी ओमिक्रॉन के बाकी सब-वेरिएंट की तरह हैं, जैसे- बुखार, खांसी, गले में खराश और बहती नाक आदि. ऐसी संभावना है कि चीन में यह वेरिएंट 10 लाख लोगों की जान ले सकता है. यह भी संभावना है कि अगर लोगों को वैक्सीन की तीन डोज लगी है, तो वे इस लहर से सुरक्षित हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए हर किसी के लिए ये बेहद जरूरी है कि वे सतर्क रहें और कोविड वैक्सीन लगवाएं. चौथी वैक्सीन इस गंभीर हालात को रोकने में मददगार हो सकती है.
डॉ गुप्ता ने कहा कि इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति, भले ही वे एसिम्पटोमैटिक हों, वायरस को आसानी से 10 से 18 लोगों तक फैला सकता है. आने वाले कुछ महीनों में क्या होता है, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल हमें अलर्ट रहना चाहिए. कोविड संबंधी नियमों का गंभीरता से पालन करना चाहिए और गैरजरूरी यात्रा करने से बचना चाहिए.