Corona Virus: कोविड वायरस ने देश ही नहीं दुनिया में कहर बरपाया. लोग कोविड के अलग अलग वेरिएंट की चपेट में आ गए हैं. COVID के खिलाफ हर्ड इम्यूनिटी, वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज विकसित होना, वैक्सीनेशन के कारण इम्यून सिस्टम मजबूत होना कुछ ऐसे कारक हैं, जिन्होंने कोविड को काफी हद तक बेअसर किया है. लेकिन कोविड की चिंताजनक तस्वीर अभी भी सामने आ रही हैं. आपको यदि बार बार कोविड हो रहा है तो बहुत ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है. इसको लेकर हाल में हुई स्टडी में कोविड होने के बेहद घातक नतीजे सामने आए हैं.


बार बार कोविड होने से मौत तक हो सकती है
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि एक बार यदि किसी को कोविड हुआ है तो उसे दोबारा न हो. बार बार होने वाले इन्फेक्शन के नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसकेा लेकरे नेचर मेडिसिन जर्नल में स्टडी पब्लिश हुई. रिपोर्ट में बताया कि बार बार होने वाले कोविड संक्रमण से बॉडी के कई अंगों पर निगेटिव असर पड़ा है. ऐसा होने पर लंग्स, हार्ट, ब्रेन, ब्लड सप्लाई पर बेहद खराब प्रभाव पड़ा. यहां तक मरीज की मौत भी हो गई. 


4.43 लाख लोगों पर की स्टडी
शोधकर्ताओं ने 443,000 से अधिक लोगों के एक ग्रुप की मेडिकल रिपोर्ट देखीं. ये सभी कोविड पॉजीटिव रहे थे. इसे अलावा 41,000 लोगों के एक अन्य ग्रुप की भी जांच की. ये सभी दो या अधिक बार कोविड की चपेट में आए. नतीजों को जांचने के लिए शोधकर्ताओं ने सांख्यिकी मॉडल का इस्तेमाल किया. ओमीक्रॉन, डेल्टा समेत कोविड के अन्य वेरिएंट का असर भी देखा गया. रिजल्ट में सामने आया कि जिन लोगों को दो या अधिक बार कोविड हुआ. उनका डेथ रेट भी अधिक था. इसके साथ लंग्स, किडनी व अन्य बॉडी के पार्ट पर भी गंभीर असर देखने को मिला. बार-बार इन्फेक्शन होने वाले लोगों में लंग्स की समस्याएं साढ़े 3 गुना अधिक तक देखने को मिली. हार्ट फेलियर होने की संभावना भी बढ़ गई.


जितनी बार इन्फेक्शन, उतना खतरा अधिक
शोधकर्ताओं ने स्टडी में पाया कि जितनी बार इन्फेक्शन होगा. उतना ही खतरा बढ़ता जाएगा. पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी बार चपेट में आने पर परेशानी अधिक होगी. शोधकर्ताओं ने कहा कि कोविड जितनी बार कम हो. उतना ही बेहतर हो. यदि एक बार हुआ तो कोशिश करिए. दोबारा न हो. दोबारा हुए तो तीसरी बार चपेट में न आए. डायबिटीज, हाइपरटेंशन रोगियों मे ंकोविड होने से खतरा और अधिक है. लोग बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें. मास्क लगाकर रहें. दो गज की दूरी अपनाएं. सेनिटाइजर का प्रयोग करते रहें. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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