Dementia: डिमेंशिया बुजुर्गों को होने भूलने की समस्या हो जाती है.ये मस्तिष्क को नुकसान पहुंचने के बाद व्यक्ति के व्यवहार में आए बदलाव से पैदा होने वाले लक्षणों का नाम है. डिमेंशिया के मरीज को दैनिक कार्य करने में दूसरों की मदद लेनी पड़ती है. इसमें लोग छोटी-छोटी बातों को भी भूल जाते हैं. वहीं हाल ही में डिमेंशिया को लेकर हुई रिसर्च को लेकर काफी अच्छी खबर आई है. शोधकर्ताओं ने गेम्स के जरिए बुजुर्गों में डिमेंशिया का खतरा कम करने का दावा किया है. आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से.


चेस और क्रॉसवर्ड खेलने से डिमेंशिया का खतरा कम होता है


मोनाश यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और प्रीवेंटिव मेडिसिन में हुई ये रिसर्च जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित हुई है.रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि क्रॉसवर्ड और शतरंज खेलने से बुजुर्गों में डिमेंशिया का खतरा कम होता है. रिसर्च में पाया गया कि ऐसा करने से 11% डिमेंशिया का खतरा कम किया जा सकता है.शोधकर्ताओं ने 70 साल से अधिक के 10318 ऑस्ट्रेलियन लोगों पर शोध किया जिनमें उन्होंने पाया कि मेंटल एक्टिविटीज जैसे जर्नल बनाना एजुकेशन क्लास लेना क्रॉसवर्ड और शतरंज जैसे खेल खेलने वाले लोगों में 9 से 11 फ़ीसदी तक डिमेंशिया होने का खतरा कम हो सकता है. कंप्यूटर पर शतरंज या फिर क्रॉसवर्ड खेलने से भी इस बीमारी के कम होने की संभावनाएं बढ़ती है.


ब्रेन को एक्टिव रखना जरूरी- शोधकर्ता


शोधकर्ताओं के मुताबिक ना सिर्फ गेम खेलने से बल्कि पेंटिंग बनाने या फिर बुनाई करने से भी बुजुर्गों में डिमेंशिया बढ़ने का खतरा काफी कम होने लगता है. इसके अलावा फिल्म देखना, रेस्टोरेंट में जाना, सैर करना, लोगों से मिलना जुलना, सोशल इन एक्टिव रहने से भी इससे बचाव किया जा सकता है. शोधकर्ता मानते हैं कि दिमाग को एक्टिव रख कर डिमेंशिया के खतरे को कम कर सकते हैं.2022 में, वैश्विक स्तर पर 55 मिलियन लोग डिमेंशिया से पीड़ित थे, हर साल 10 मिलियन नए मामले सामने आए. मोनाश यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के वरिष्ठ लेखक एसोसिएट प्रोफेसर जोआन रयान ने कहा कि मनोभ्रंश को रोकने या देरी करने के लिए रणनीतियों की पहचान करना एक बड़ी वैश्विक प्राथमिकता थी.डिमेंशिया से पूरी तरह से बचाव करने के लिए अभी आगे रिसर्च जारी रहेगा.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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