छोटे बच्चों के इनर पार्ट की सफाई का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह हिस्सा बेहद नाजुक होता है. अगर इसकी सही तरीके से रोजाना सफाई नहीं की गई, तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है, कुछ मामलों में, इंफेक्शन इतना बढ़ सकता है कि ऑपरेशन की नौबत भी आ जाती है. इसलिए, बच्चों के इनर पार्ट्स की सफाई के लिए सही तरीके अपनाना जरूरी है, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी से बचाया जा सके और उनकी सेहत सही बनी रहे. 


तेल से करें सफाई 
बच्चों के प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए तेल का इस्तेमाल एक अच्छा विकल्प हो सकता है. हल्के और शुद्ध तेल, जैसे नारियल या सरसों का तेल, को थोड़ा सा प्राइवेट पार्ट पर हल्के हाथों से लगाएं. तेल से सफाई करने से गंदगी और बैक्टीरिया आसानी से निकल जाते हैं और त्वचा भी नर्म रहती है. तेल लगाने के बाद साफ और मुलायम कपड़े से धीरे-धीरे पोंछ लें. इससे तेल त्वचा में समा जाएगा और प्राइवेट पार्ट साफ और सुरक्षित रहेगा. यह तरीका खासकर तब उपयोगी होता है जब बच्चे की त्वचा बहुत संवेदनशील हो. 


गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें
बच्चों के इनर पार्ट्स की सफाई के लिए हमेशा गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें. ठंडा या बहुत गरम पानी बच्चों की नाजुक त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है और उन्हें तकलीफ दे सकता है. गुनगुना पानी त्वचा को साफ रखने में मदद करता है, बिना किसी असुविधा के. यह तरीका बच्चों की त्वचा को सुरक्षित और आरामदायक बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा है. 














रोजाना साफ-सफाई करें
बच्चों के इनर पार्ट्स को रोजाना साफ करना जरूरी है, खासकर जब आप उनका डायपर बदल रहे हों. ऐसा करने से गंदगी और बैक्टीरिया जमा होने का खतरा कम हो जाता है, जिससे इंफेक्शन का जोखिम भी घटता है. नियमित सफाई से बच्चे की त्वचा स्वस्थ रहती है और वह आराम महसूस करता है. साफ-सफाई का ध्यान रखना बच्चों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है. 












 



सूखे कपड़े से पोंछें
सफाई के बाद बच्चे के इनर पार्ट्स को साफ और सूखे कपड़े से हल्के हाथों से पोंछें. गीलापन रह जाने से फंगल इंफेक्शन का खतरा हो सकता है. अच्छे से साफ करना बहुत जरूरी है. 
























साफ हाथों से ही करें सफाई
हमेशा साफ और धुले हुए हाथों से ही बच्चे के इनर पार्ट्स की सफाई करें. इससे इंफेक्शन का खतरा कम होता है.