Dairy Products And Skin: हम लंबे समय से यह सुनते आ रहे हैं कि दूध और बाकी डेयरी प्रोडक्ट हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. बड़े-बुजुर्ग यह कहते हुए सुने जाते हैं कि हड्डियों की मजबूत और हेल्दी स्किन के लिए दूध या बाकी डेयरी प्रोडक्ट कारगर साबित होते हैं. हालांकि कुछ लोग यह भी कहते दिखाई पड़ते हैं कि डेयरी प्रोडक्ट को त्यागने के बाद उनकी स्किन अच्छी हो गई है. क्या वास्तव में डेयरी प्रोडक्ट स्किन को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं? डेयरी को जो लोग स्किन से जुड़ी समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं, क्या वे सही हैं? क्या सच में एक्जिमा और मुंहासों और डल स्किन के लिए डेयरी प्रोडक्ट रिस्पॉन्सिबल हैं?
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के स्टडी के अनुसार, आप जो कुछ भी खाते हैं उसका प्रभाव आपकी स्किन की हेल्थ पर पड़ता है, खासतौर से डेयरी प्रोडक्ट का. सभी डेयरी प्रोडक्ट हमारी स्किन के लिए खराब साबित नहीं होते. हालांकि इनका सेवन हमेशा सीमित मात्रा में करना सही साबित होता है. फरमेंटेड (किण्वित) डेयरी प्रोडक्ट जैसे- योगर्ट, दही, केफिर, पनीर और चीज़ दिल और हड्डियों के स्वास्थ्य और वेट कंट्रोल के लिए काफी फायदेमंद हैं. डेयरी उत्पादों के इस्तेमाल को पूरी तरह से बंद करने के बजाय इसका उपयोग हमेशा संतुलन में करना चाहिए. हालांकि कई बार इसके सेवन से जुड़ी कुछ समस्याएं देखने को मिलती हैं. आइए जानते हैं कि डेयरी प्रोडक्ट स्किन को कैसे प्रभावित करती है?
1. 'कैसिइन' गाय के दूध और डेयरी प्रोडक्ट में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है. ये प्रोटीन इंसुलिन जैसे ग्रोथ फैक्टर-1 (IGF-1), प्रोस्टाग्लैंडिंस, प्रोलैक्टिन और स्टेरॉयड सहित कई हार्मोन के लेवल को बढ़ाने का काम करता है. रेकॉम्बीनैंट बोविन ग्रोथ हार्मोन (rBGH), जो कि एक सिंथेटिक हार्मोन है. ये मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों द्वारा अक्सर गायों में प्रशासित किया जाता है. ये सभी हार्मोन, खासतौर से IGF-1 सीबम प्रोडक्शन में बढ़ोतरी करते हैं. ये ऑयली स्किन और पिंपल्स का कारण बनता है.
2. डेयरी प्रोडक्ट्स को मिठाई या बाकी मीठे खाद्य पदार्थों के साथ मिलाया जाता है, जो इंसुलिन के लेवल को अनस्टेबल करने का काम करता है. इसके अलावा ये हार्मोनल इम्बैलेंस का भी कारण बनता है. पिंपल्स, रोसैसिया और एक्जिमा के साथ-साथ बाकी स्किन प्रॉब्लम्स जैसे- एसेंथोसिस नाइग्रिकन्स, एमाइलॉयडोसिस, पिगमेंटेशन, ड्रायनेस जैसी त्वचा की स्थिति शरीर में संक्रमण और सूजन के लिए बढ़ी हुई संवेदनशीलता की वजह से पैदा होती है, जो इंसुलिन के ऊंचे स्तर पर जाने के कारण है.
3. डेयरी प्रोडक्ट में लैक्टोज पाया जाता है. यह एक चीनी होती है जो नेचुरली इनमें पाई जाती है. शरीर को चीनी को एब्जॉर्ब करने में सक्षम बनाने के लिए हमारा सिस्टम लैक्टोज नाम के एंजाइम का इस्तेमाल करके इसे तोड़ देता है. त्वचा की सभी समस्याएं डेयरी प्रोडक्ट के इस्तेमाल के कारण नहीं होती हैं. हालांकि फिर भी ये त्वचा से जुड़ी कुछ परेशानियों का सबब बन सकती है. स्किन की हेल्थ कई वजहों से भी प्रभावित होती है, जैसे- भोजन, तनाव, आनुवंशिकता, नींद, हार्मोन, प्रदूषण, स्मोकिंग और शराब पीने की आदत आदि.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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